Edited By Shivam, Updated: 20 Dec, 2018 12:55 PM
पानीपत की जनता ने नगर निगम की नई सरदारनी के रूप में बीजेपी की समर्थित अवनीत कौर को अपना मेयर चुना है। पानीपत के लोगों में अवनीत कौर की लोकप्रियता को देखकर विरोधी दल सकते में आ गए। पानीपत नगर...
पानीपत(अनिल): पानीपत की जनता ने नगर निगम की नई सरदारनी के रूप में बीजेपी की समर्थित अवनीत कौर को अपना मेयर चुना है। पानीपत के लोगों में अवनीत कौर की लोकप्रियता को देखकर विरोधी दल सकते में आ गए। पानीपत नगर निगम चुनाव में अवनीत ने बीजेपी की लहर के साथ प्रतिद्वंदियों को पछाड़ते हुए जबरदस्त रिकॉर्ड जीत हासिल की है। निगम चुनाव में अवनीत इतना तेज आगे निकली कि प्रतिद्वंदियों को उनकी हवा तक नहीं मिली।
पानीपत नगर निगम मेयर पद की प्रत्याशी अवनीत कौर ने लाखों की पारी खेलते हुए 74 हजार 940 वोटों से जीत हासिल की है। अवनीत कौर को 1 लाख 26 हजार 321 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंदी रही कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी अंशू पाहवा को 51381 वोट मिले हैं। वहीं सांसद राजकुमार सैनी की समर्थित मेयर प्रत्याशी सीमा सैनी को 12192 वोट मिले। पानीपत में इनेलो चौथे स्थान पर रही, इनेलो समर्थित प्रत्याशी प्रियंका को 7309 वोट मिले हैं। पानीपत में नोटा को 3008 वोट मिले हैं।
नवनिर्वाचित मेयर अवनीत कौर ने जीत के बाद सबसे पहले गुरुद्वारा जोध सचियार में अरदास की। साथ शहरी विधायक रोहिता रेवड़ी व कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने माथा टेका। अवनीत कौर ने कहा कि सबसे पहले महिला होने के नाते महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देंगी और नगर के विकास के लिए हर संभव प्रयास करूंगी। पिछले मेयर के कार्यकाल व विकास कार्यों पर उन्होंने कहा कि मेरे पिता 2 साल तक मेयर रहे, उन्हें पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव देकर पद से हटा दिया था। उन्होंने कहा कि मैं अपने पिता के अधूरे विकास कार्यों पूरा करूंगी। उन्होंने कहा मेरे पिता भूपिंदर सिंह विकास कार्य इसलिए नहीं करवा पाए क्योंकि वे अपने ही पार्षदों द्वारा लेग-पुलिंग का शिकार हो गए थे।
बता दें कि पिछले नगर निगम चुनाव में पानीपत के मेयर के रूप में अवनीत कौर के पिता भूपेन्द्र सिंह आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुने गए थे। 2 वर्ष के कार्यकाल के बाद पार्षदों द्वारा पूर्व मेयर भूपेन्द्र सिंह के प्रति अविश्वास प्रस्ताव पारित कर उन्हें मेयर पद से हटा दिया गया था। बीते 3 वर्षों में मेयर पद की कमान कांग्रेस समर्थित पार्षद सुरेश वर्मा को दी गई थी।
गौरतलब है कि बीते 16 दिसंबर को हरियाणा के पांच जिलों में नगर निगम चुनाव हुए थे, जिनके परिणाम आज घोषित किए गए। पांचों जिलों में भाजपा ने तूफानी पारी खेलते हुए अपने मेयर प्रत्याशियों को जीत दिलवाई है। वहीं नगर निगम चुनावों में कांग्रेस व इनेलो को मिली हार से पार्टी में मायूसी देखी गई।