Edited By Manisha rana, Updated: 21 Nov, 2024 12:53 PM
कहते हैं कि भगवान के घर देर जरूर है लेकिन अंधेर नहीं है। अगर आप किसी चीज़ को शिद्दत से पाना चाहते हो तो भगवान भी वो चीज आपको देर ही सही लेकिन दे देता है, उसके लिए आपको बस एक सहारे की जरूरत होती है।
अम्बाला छावनी: कहते हैं कि भगवान के घर देर जरूर है लेकिन अंधेर नहीं है। अगर आप किसी चीज़ को शिद्दत से पाना चाहते हो तो भगवान भी वो चीज आपको देर ही सही लेकिन दे देता है, उसके लिए आपको बस एक सहारे की जरूरत होती है। आज कल संतान प्राप्ति के लिए लोग ना जाने कहां-कहां भटक रहे हैं। इतना ही नहीं, लोग लाखों रुपये तक खर्च कर देते हैं लेकिन फिर भी वे संतान सुख को तरस जाते हैं।
अंबाला छावनी में एक ऐसा आयुर्वेदिक अस्पताल है जहां से कोई भी निराश नहीं लौटता। भले ही सुनने में आपको ये चमत्कार लगे, लेकिन यहां से लोगों को शादी के 30-32 साल बाद भी संतान की प्राप्ति हुई है। हरियाणा के अंबाला छावनी में सराफा बाजार स्थित अमेरिकन अस्पताल के डॉ. केसी शर्मा ने ना जाने कितनी मांओं की गोद को आबाद किया है। लोग बहुत दूर-दूर से इनके पास इलाज के लिए आते हैं।
इलाज के लिए यहां पहुंचे जोड़े ने बताया कि 8 बार टेस्ट ट्यूब बेबी, आई.वी.एफ तथा 6 बार आई.यु.आई करा कर शादी के 31 साल बाद जब दम्पति थक चुके थे तो दम्पत्ति ने नब्ज दिखा कर अपना आयुर्वेदिक इलाज डॉ के.सी.शर्मा, अमेरिकन अस्पताल, सराफा बाजार, अम्बाला छावनी से करवाया व सन्तान की प्राप्त हुई। इससे पहले दम्पति ने अपना इलाज दिल्ली,बॉम्बे, शिमला, जालंधर के मशहूर हॉस्पिटलों से व एम्स हॉस्पिटल दिल्ली पी.जी.आई.चंडीगढ से करवाया था, परंतु लाखों रूपये खर्च कर भी संतान नहीं हुई। दम्पति ने हिम्मत नहीं हारी।
एक दिन लुधियाना में रहने वाले रिश्तेदार ने बताया कि उसको भी शादी के 28 साल बाद बच्चे की प्राप्ति डॉ.के.सी.शर्मा, अमेरिकन हॉस्पिटल, सराफा बाजार, अम्बाला छावनी को नब्ज दिखा कर आयुर्वेदिक इलाज करवा कर हुई थी। पति (उम्र 60 वर्ष) को शुक्राणु निल, सैक्स कमजोरी थी। पत्नी (उम्र 55 वर्ष) को हार्मोनल डिस्टर्बेंस की वजह से पीरियड आगे-पीछे, दर्द मारकर कभी ज्यादा कभी कम आते थे। बच्चेदानी में रसौली, फाइब्रॉइड व ओवरी में सिस्ट थे, अंडा-ओवम नहीं बनता था। फेलोपियन ट्यूब बन्द थी। पी.सी.ओ.डी था। कईं-कईं महीने पीरियड नहीं आता था। उसने कहा कि अमेरिकन अस्पताल, अम्बाला छावनी से आयुर्वेदिक इलाज करवाए क्योंकि उसको भी वहीं से सन्तान की प्राप्ति हुई।