Edited By Deepak Paul, Updated: 12 Jan, 2019 01:20 PM
आबकारी विभाग में बतौर तैनात चालक को रिश्वत मांगना महंगा पड़ गया। राज्य चौकसी ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को चालक को 25 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पकड़े गए चालक से विजलेंस की टीम पूछताछ कर रही है। आरोप है कि चालक एक...
गुडग़ांव(ब्यूरो): आबकारी विभाग में बतौर तैनात चालक को रिश्वत मांगना महंगा पड़ गया। राज्य चौकसी ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को चालक को 25 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पकड़े गए चालक से विजलेंस की टीम पूछताछ कर रही है। आरोप है कि चालक एक कंपनी के सुपरवाइजर से गाडिय़ां छोडऩे की एवज में रिश्वत मांग रहा था।
सुपरवाइजर ने इसकी शिकायत विजलेंस में की जिस पर कार्रवाई करते हुए टीम ने जाल बिछाया और चालक को दबोच लिया। उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और शनिवार को उसे अदालत में पेश किया जाएगा। चालक की पहचान संदीप के रूप में की गई है। पूरी कार्रवाई ड्यूटी मजिस्ट्रेट एवं तहसीलदार की मौजूदगी में हुई। आरोपी की गिरफ्तारी कि बाद ब्यूरो ने उसके खिलाफ विजिलेंस थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है। विजलेंस इंस्पेक्टर सतबीर धनखड़ ने बताया कि पालम विहार में संचालित लियो इंडिया पैकिंग एवं शिपिंग कंपनी के सुपरवाइजर जगरूप सिंह ने ब्यूरो में शिकायत दी थी। बताया था कि उनकी कंपनी माल लेकर देशभर में आती जाती है।
उनकी गाडिय़ों को नियमानुसार टैक्स का भुगतान करके चलाया जाता है, लेकिन आबकारी विभाग के प्रवर्तन इंस्पेक्टर का चालक संदीप बिना कर चुकाए गाडिय़ों का संचालन कराने का दबाव दे रहा था। इसके एवज में वह अपना खर्चा मांग रहा था। इस शिकायत पर ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार दोपहर बाद जाल बिछा कर आरोपी को रंगेहाथ पकड़ लिया।