Edited By Yakeen Kumar, Updated: 17 Oct, 2025 08:05 PM

हरियाणा सरकार ने राज्य के 2 और निजी आयुष अस्पतालों को अपने पैनल में शामिल किया है।
चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार ने राज्य के 2 और निजी आयुष अस्पतालों को अपने पैनल में शामिल किया है। इनमें झज्जर का संस्कारम हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर और हिसार जिले के बरवाला स्थित वेदामृता हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। इन अस्पतालों में अब सरकारी कर्मचारी, पेंशनभोगी और उनके आश्रित निर्धारित बीमारियों की जांच और उपचार करवा सकेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने बताया कि सरकार अपने कर्मचारियों और पेंशनरों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पैनल अस्पताल में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जो शिकायतों या सुझावों के मामले में सीधे आयुष विभाग से संपर्क करेगा।
निजी आयुष अस्पताल पैनल की विशेषताएं
पैनल में शामिल होना
निजी अस्पताल अपनी आयुष उपचार सेवाओं के लिए विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं और बीमा प्रदाताओं के पैनल में शामिल होते हैं। इसमें सरकारी योजनाएँ जैसे आयुष्मान भारत और सीजीएचएस (केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना), और कई निजी स्वास्थ्य बीमा कंपनियाँ शामिल हैं।
NABH द्वारा मान्यता प्राप्त
इन अस्पतालों को पैनल में शामिल होने के लिए अक्सर नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स (NABH) से मान्यता प्राप्त करनी होती है। यह मान्यता सुनिश्चित करती है कि अस्पताल उच्च गुणवत्ता वाले, नैतिक और सुरक्षित उपचार प्रदान करते हैं।
पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धति से इलाज
आयुष उपचार में पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धतियाँ जैसे आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी शामिल हैं। वहीं इस पैनल में शामिल अस्पतालों से इलाज करवाने पर, लाभार्थियों को इलाज के खर्च का भुगतान सीधे अपनी बीमा कंपनी या योजना प्रदाता द्वारा किया जाता है, जिससे उन्हें अपनी जेब से पैसे नहीं देने पड़ते।
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