Edited By Isha, Updated: 20 Jun, 2019 06:35 PM

यमुना नदी पर पुल बनाए जाने की मांग वर्षो पुरानी है। चुनाव के दौरान हर पार्टी के नुमाइंदे सरकार बनने पर ओवरबिरज बनाने का वादा करते रहे है, लेकिन सत्तासीन होने के बाद कोई भी विधायक
रादौर(कुलदीप सैनी): यमुना नदी पर पुल बनाए जाने की मांग वर्षो पुरानी है। चुनाव के दौरान हर पार्टी के नुमाइंदे सरकार बनने पर ओवरबिरज बनाने का वादा करते रहे है, लेकिन सत्तासीन होने के बाद कोई भी विधायक इस ओवरब्रिज का जिक्र तक नहीं कर रहा था। भाजपा सरकार ने इस पुल को बनाने की घोषणा की थी जोकि सिरे चढ़ गई है। इस पुल के बनने से रादौर क्षेत्र के यमुनानदी से सटे करीब एक दर्जन से अधिक गांव के लोगों को सीधा फायदा होगा। अब तक किसानों को यमुनानदी पार अपने खेतों में जाने के लिए कलानौर से लंबा सफर तय करने करके जाना पड़ता है।
आज रादौर तहसील में रजिस्ट्री बनवाने पंहुचे किसानो ने सरकार के इस फैसले पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा की पुल के निर्माण से किसानो को काफी राहत मिलेगी क्योकिं यमुना में बाढ़ आ जाने पर स्थाई पुल बह जाते थे, जिससे किसानो को अपने खेतो पंहुचने में काफी कठनाई का सामना करना पड़ता था। इस संबंध मे पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ रणधीर सिंह नेहरा ने बताया कि योजना पर बड़ी तेजी के साथ कार्य किया जा रहा है किसानों की रजिस्ट्री बनवाने का कार्य आज से शुरू शुरू कर दिया गया। रजिस्ट्री बनते ही आरटीजीएस के जरिए किसानों के बैंक अकाउंट में भूमि अधिग्रहण की पेमेंट ट्रांसफर कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि करीब 60 एकड़ भूमि को ओवर ब्रिज के लिए अधिकृत किया गया है। यह भूमि करीब 300 किसानों के नाम है।