Edited By Rakhi Yadav, Updated: 24 Jul, 2018 10:19 AM
जुनून हो तो बहादुरगढ़ के पर्यावरण प्रेमियों जैसा, जिन्होंने जमींदोज हो चुके वट वृक्ष को फिर से हरा भरा कर दिया। इनकी यह जिद हर किसी को प्रेरित कर रही है। दरअसल, दो माह पहले आई तेज आंधी.....
बहादुरगढ़(प्रवीन धनखड़): जुनून हो तो बहादुरगढ़ के पर्यावरण प्रेमियों जैसा, जिन्होंने जमींदोज हो चुके वट वृक्ष को फिर से हरा भरा कर दिया। इनकी यह जिद हर किसी को प्रेरित कर रही है। दरअसल, दो माह पहले आई तेज आंधी में बहादुरगढ़ के व्यवसाइयों की दुकानों के आगे बरसों से खड़ा समृद्ध पेड़ तेज आंधी को सहन नहीं कर सका था और जड़ से उखड़ गया था। लेकिन इलाके के व्यवसाइयों ने इसे नवजीवन प्रदान किया।
हमारे जीवन के लिए हर एक पेड़ जरूरी है। चाहे वह प्रकृति की मार के चलते गिर ही क्यों ना गया हो। उसे भी दोबारा खडा किया जा सकता है। दुकानदारों ने पेड़ के 12 फीट के तने को फिर से जमीन में रोपकर खड़ा किया और सिंचाई शुरू की तो दो माह के अंदर यह हरा-भरा होने लगा। अब वह दिन भी दूर नही, जब यह पेड़ उतनी ही छांव और प्राणवायु इन दुकानदारों को देगा, जितना पहले देता था।
आज जब इंसानी जज्बात खत्म हो चले हैं, यह घटना नवजीवन का बड़ा संदेश देती है। संदेश प्रकृति प्रेम का, प्रकृति के महत्व और संरक्षण का। ऐसी जिद और जुनून हर दिल में हो तो प्रकृति में नवजीवन का संचार होते देर नहीं लगेगी। प्रदूषण मुक्त और खुशहाल जीवन का निर्माण हो सकेगा। दुकानदारों का यह प्रयास वाकई काबिले तारीफ है।