Edited By vinod kumar, Updated: 27 Jan, 2021 11:06 PM
झज्जर के नागरिक अस्पताल में चिकित्सक टीम की बड़ी लापरवाही सामने आई है। टीम की लापरवाही का खामियाजा एक दंपति को भुगतना पड़ा। लापरवाही के चलते डिलीवरी के दौरान ही बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने संबंधित चिकित्सक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।...
झज्जर (प्रवीण कुमार): झज्जर के नागरिक अस्पताल में चिकित्सक टीम की बड़ी लापरवाही सामने आई है। टीम की लापरवाही का खामियाजा एक दंपति को भुगतना पड़ा। लापरवाही के चलते डिलीवरी के दौरान ही बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने संबंधित चिकित्सक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि यदि प्रसव के दौरान चिकित्सक टीम लापरवाही न बरतती तो नवजात की जान बच सकती थी।
जानकारी के अनुसार रोहतक जिले के गांव इस्माईला की एक गर्भवती महिला सरिता पत्नी ललित को प्रसव का दर्द उठने के चलते उसके परिजनों ने स्थानीय नागरिक अस्पताल में बीती देर रात भर्ती कराया। रात्रि ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक ने डिलीवरी के दौरान जब मामला बिगड़ता देखा तो वह डिलीवरी बीच में ही छोड़कर वहां से चली गई। आरोप है कि काफी देर तक बच्चे को संभाला नहीं गया। जिसकी वजह से बच्चे की मौत हो गई।
परिजनों का यह भी आरोप है कि उन्होंने रिसेप्शन पर बैठे कर्मचारियों को भी मामले से अवगत कराया, लेकिन उन्होंने भी बजाय मदद करने के मामले पर मजाक बना लिया। उधर, मामले की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी हासिल की। इसके बाद में सीएमओ डा. संजय दहिया भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने इस मामले में स्टाफ की क्लास लगाते हुए मामले की पूरी जानकारी ली।
सीएमओ का कहना है कि मामले की जांच के लिए एक कमेटी बना दी गई है। जैसे ही जांच पूरी होती है तो इस मामले में जो-जो कर्मचारी या फिर चिकित्सक दोषी पाए जाते हैं उन सभी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। नवजात के शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।