Edited By vinod kumar, Updated: 18 Oct, 2019 05:25 PM
हरियाणा की जाटलैंड में हुंकार भरते हुए आज बसपा सुप्रीमों ने जाटों को रिझाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा है कि केवल बसपा ही ऐसी पार्टी है जिसने सबसे पहले जाट आरक्षण का समर्थन किया था। इस मौके पर मायावती ने भाजपा व कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
झज्जर(प्रवीण धनखड़): हरियाणा की जाटलैंड में हुंकार भरते हुए आज बसपा सुप्रीमों ने जाटों को रिझाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा है कि केवल बसपा ही ऐसी पार्टी है जिसने सबसे पहले जाट आरक्षण का समर्थन किया था। इस मौके पर मायावती ने भाजपा व कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब से देश आजाद हुआ है उसके बाद से भाजपा व कांग्रेस दोनों पार्टियों ने पूंजीपतियों के हित में ही योजनाएं बनाकरउन्हें लाभ पहुंचाया है।
मायावती ने कहा कि जब यह पार्टियां लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ती है तो पूंजीपति इन्हें मदद पहुंचाते हैं। इसके बाद में यह पार्टियां सत्ता में आने के बाद इन्हीं पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाती है, लेकिन बसपा एक ऐसी पार्टी है, जोकि गरीब व कमेरा वर्ग के अलावा, किसान, मजदूर को साथ लेकर चुनाव लड़ती है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से मौजूदा विस चुनाव में बसपा को हरियाणा के लोगों का समर्थन मिल रहा है, उससे साफ प्रतीत होता है कि चुनावी रिजल्ट बसपा के पक्ष में होंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में बसपा की सरकार बनने के बाद गरीब, कमेरा, किसान, मजदूर हित में कई कल्याणकारी योजनाएं बनाई जाएगीं। बेरोजगार युवकों के लिए सरकारी नौकरियों का स्थाई प्रबंध किया जाएगा।
मायावती ने रैली में मौजूद लोगों से भाजपा,कांग्रेस व अन्य पार्टियों के किसी भी चुनावी घोषणा पत्र पर ध्यान न दिए जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह पार्टियां केवल लोकलुभावने वायदे कर सत्ता मिलते ही उन्हें भूल जाती है। जबकि बसपा एक ऐसी पार्टी है जोकि कभी भी अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी नहीं करती। बसपा केवल काम में विश्वास करती है।