Edited By Rakhi Yadav, Updated: 29 Sep, 2018 03:57 PM
जाको राखे सांईयां मार सके न कोय वाली कहावत हथीन उपमंडल के गांव लखनाका में सही साबित हुई है। जहां रजाक का भरा पूरा परिवार मकान के नीचे दबने से बच गया। इस हादसे में जहां पूरा मकान भरभरा.....
पलवल(दिनेश कुमार): जाको राखे सांईयां मार सके न कोय वाली कहावत हथीन उपमंडल के गांव लखनाका में सही साबित हुई है। जहां रजाक का भरा पूरा परिवार मकान के नीचे दबने से बच गया। इस हादसे में जहां पूरा मकान भरभरा कर जमींदोज हो गया। वहीं हादसे में परिवार के दस लोगों की जान खुदा की कुदरत के सहारे बच गई। मामला दोपहर बारह बजे का है। मकान मालिक रजाक खान ने बताया कि वह अपने खेतों की जुताई करने के बाद दोपहर को घर लोटा था।
उस समय परिवार के सभी सदस्य घर के अंदर मौजूद थे। उसने सबसे पहले पानी ही पिया था तभी उसे मकान के हिलने का एहसास हुआ। उसने तुरंत अपने परिवार के सदस्यों को मकान से बाहर निकल जाने को कहा। मात्र कुछ पल बाद ही पूरा मकान भर भराकर गिर गया। मकान में रजाक उनकी बीवी दो पुत्र, दो पुत्रवधू , बच्चे मौजूद थीं। रजाक के अनुसार इस हादसे में स्वयं रजाक, शोएब व अरबाज को मामूली चोटें आई हैं।
उन्होंने बताया कि यह चोटें छोटे बच्चों को बचाने के प्रयास में लगी हैं। बताया गया है कि कई वर्ष पूर्व इस मकान का निर्माण कार्य हुआ था। तीन कमरों के सामने 42 फुट लम्बा बरामदा है। इसमें लोहे की गाटर व पत्थर की टुकड़ियों की छत डाली हुई थी। यह बरामदा पूरा ही तहस नहस हो गया जबकि बाकी के बचे मकानों में भी दरारें आ चुकी हैं। इस हादसे में शादी में मिला फ्रीज, कूलर, अनाज की टंकी, बैड, चारपाई, वाशिंग मशीन इत्यादि घरेलू सामान टूट गया है।
इस मामले में हथीन प्रशासन की ओर से कोई भी पीड़ित परिवार के पास नही पहुंचा है। हादसे को लेकर ग्रामीण फारुख का कहना है कि मारने वाले से बचाने वाला बडा होता है। साथ ही यदि घटना रात के समय घटती तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। क्षेत्र के लोगों में इस घटनास्थल देखने वाले आसपास के गांवों के लोगों की भीड़ जुटी रही। इस हादसे के मुख्य कारण का पता नहीं चल सका है।