Edited By Shivam, Updated: 09 Sep, 2020 12:33 AM
हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने पंजाब केसरी के साथ खास बातचीत करते हुए बताया कि परिवहन विभाग एक बहुत बड़ा महकमा है और अनलॉक 4 भी अब खुल चुका है। पूरे प्रदेश में हमारी 1718 बसें ऑन रोड हैं, जो फिलहाल राज्य में चल रही हैं, जबकि बाकी प्रदेशों...
चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने पंजाब केसरी के साथ खास बातचीत करते हुए बताया कि परिवहन विभाग एक बहुत बड़ा महकमा है और अनलॉक 4 भी अब खुल चुका है। पूरे प्रदेश में हमारी 1718 बसें ऑन रोड हैं, जो फिलहाल राज्य में चल रही हैं, जबकि बाकी प्रदेशों में भी हमने बसों की शुरुआत की है, जिसमें जल्द ही दिल्ली और चंडीगढ़ सहित उत्तराखंड, हिमाचल और पंजाब के लिए भी बसें शुरू की जा रही हैं।
शर्मा ने बताया कि चार माह के लॉकडाउन के दौरान अवैध बसें, टैक्सी और मैक्सीकैब प्रदेश की सड़कों पर रहे। जब तक इन अवैध ट्रांसपोर्ट को नहीं रोका जाएगा तब तक हरियाणा रोडवेज की बसों की तादात नहीं बढ़ पाएगी। यह अवैध ट्रांपोर्टेशन प्रदेश के हर शहर में है। उन्होंने कहा कि अंबाला से चंडीगढ़ और पंजाब के लिए जबकि सिरसा से राजस्थान के लिए काफी वाहन अवैध तौर पर सवारियां ले जाते हैं, तक इन वाहनों पर लगाम नहीं लगेगी। तब तक राज्य परिवहन की बसों को पूरी तरह से नहीं चलाया जा सकेगा। इसलिए इन वाहनों पर लगाम लगाने के लिए हमने एक कमेटी बनाई है।
परिवहन मंत्री ने पंजाब केसरी को बताया कि आरटीओ और जीएम रोडवेज का स्टाफ अवैध तौर पर चलने वाले इन वाहनों को नाके लगाकर पकड़कर इन्हें खाली करवाने के बाद इनके चालान करेंगे और इनकी सवारियों को हरियाणा रोडवेज की बसों में बैठाएंगे। यह कार्रवाई एक दिन नहीं बल्कि रोजाना चलाई जाएगी। रात को जो अवैध तौर पर बिना परमिट के बसें प्रदेश में आती हैं, उनकी चेकिंग की जाएगी। इससे पहले हम एक ही चीज ओवर लोडिंग पर ही ध्यान केंद्रित कर रहे थे। जिसपर काम चल रहा है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि हरियाणा रोडवेज के 18 हजार कर्मचारी हैं और उत्तर भारत में हरियाणा रोडवेज की अपनी एक पहचान है। उसमें लोग बैठ नहीं पा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ यह अवैध परिवहन प्रदेश के राजस्व को भरी चूना लगा रहा है। बिना इंश्योरेंस के गाडिय़ां सड़कों पर पर घूम रही हैं, जिनके साथ कोई हादसा हो तो इंश्योरेंस तक नहीं मिलेगा। प्राइवेट बसों वाले सरकारी बस के टाइम से महज कुछ मिनट पहले अपनी बस लगा देते हैं, इन सब बातों पर ध्यान केंद्रित करते हुए हमने परिवहन विभाग की एक बैठक की है, जिसमें अवैध वाहनों पर लगाम लगाने के लिए रणनीति तैयार की गई है।