Edited By vinod kumar, Updated: 28 Mar, 2021 09:07 AM
हजारों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सहायकों को मानदेय संबंधी परेशानी में देख महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने वित्त विभाग से एडवांस 58.54 करोड़ की राशि उपलब्ध करवाई जिससे 25 हजार 962 आंगनबाड़ी केंद्रों पर...
चंडीगढ़ (पांडेय): हजारों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सहायकों को मानदेय संबंधी परेशानी में देख महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने वित्त विभाग से एडवांस 58.54 करोड़ की राशि उपलब्ध करवाई जिससे 25 हजार 962 आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत कार्यकर्ताओं और सहायकों को होली पर मानदेय जारी किए जाने से चेहरे पर मुस्कान दौड़ गई। राज्यमंत्री ढांडा ने बताया कि केंद्र का हिस्सा नहीं मिलने के कारण उनके सामने आया था कि क्षेत्रीय अधिकारी, कर्मचारियों को वेतन मिलने में देरी हो रही है जिसके समाधान के लिए फौरी तौर पर वित्त विभाग से अतिरिक्त राशि की व्यवस्था करवाई गई ताकि केंद्र का हिस्सा मिलने के बाद उसे वित्त विभाग को लौटा दिया जाएगा।
प्रक्रिया पूरी हुई तो पता चला कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत और कोरोना महामारी दौरान भी फ्रंटलाइन वर्कर्स की भूमिका अदा करने वाली तकरीबन 50 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायकों का मानदेय भी केंद्र हिस्सा नहीं मिलने के कारण 5 माह से अटका हुआ है। तुरंत ही अधिकारियों से समस्या का समाधान भी निकालने के निर्देश दिए। मंत्री के निर्देश पर अधिकारियों ने भी सक्रियता दिखाते हुए वित्त विभाग से 58.54 करोड़ की राशि एडवांस के तौर पर रिलीज करने के लिए आवेदन किया।
पहले वित्त विभाग द्वारा राशि को विभाग को उपलब्ध करवा दिया और अब विभाग से क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से 5 माह का बकाया मानदेय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा आंगनबाड़ी सहायकों के खाते में डालने की प्रक्रिया देर शाम शुरू कर दी। इस प्रक्रिया से हजारों कर्मचारियों को होली पर खुश होने का मौका मिला है।
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