Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 07 Jan, 2023 09:24 PM

गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) द्वारा नजफगढ़ ड्रेन के साथ 97 एकड़ जमीन पर झील बनाकर उसे टूरिस्ट स्पोट के रूप में विकसित करेगा। विभाग द्वारा यह कार्य आसपास गांवों की करीब ढाई हजार एकड़ कृषि भूमि बचाने के लिए कवायद शुरू की गई है
गुडग़ांव, (ब्यूरो): गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) द्वारा नजफगढ़ ड्रेन के साथ 97 एकड़ जमीन पर झील बनाकर उसे टूरिस्ट स्पोट के रूप में विकसित करेगा। विभाग द्वारा यह कार्य आसपास गांवों की करीब ढाई हजार एकड़ कृषि भूमि बचाने के लिए कवायद शुरू की गई है। झील बनने के बाद यहां विदेशी पक्षियों को देखने के लिए टूरिस्टों का जमावड़ा रहेगा। जीएमडीए की इस योजना पर सीएम मनोहर लाल ने मंजूरी दे दी है। अब जल्द ही योजना को अमलीजामा पहनाया जाएगा।
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नजफगढ़ ड्रेन से जलमग्न हुई जमीन:
दरअसल, नजफगढ़ ड्रेन के ओवरफ्लो होने के कारण गांव मोकलवास, धर्मपुर, खेडक़ी माजरा समेत अन्य इलाके की करीब ढाई हजार एकड़ जलमग्न हो जाती है। वहीं करोड़ों रुपये की फसल भी बरबाद हो जाती है। जबकि बरसात के दिनों में इन गांवों में बाढ़ जैसे हालात हो जाते हैं। इस समस्या से समाधान कराने के लिए लोगों ने कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की थी। लेकिन अब तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया था। अब जीएमडीए यहां झील बनाकर ढाई हजार एकड़ जमीन को बचाने की मुहिम में जुट गया है।नजफगढ़ ड्रेन के कारण जलमग्न हुई ढाई हजार एकड़ जमीन को बचाने की कवायद अब शुरू हो गई है।
97 एकड़ में बनेगी झील:
जीएमडीए के प्रवक्ता ने बताया कि गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण द्वारा ड्रेन के पास 97 एकड़ जमीन पर झील बनाई जाएगी। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण की बैठक में मुख्यमंत्री ने झील बनाए जाने की योजना को मंजूरी दे दी है। आसपास एरिया में जलमग्न हुई जमीन के पानी को इस झील में एकत्र किया जाएगा जिसके ताकि आसपास के खेतों को जलमग्न होने से बचाया जा सके। इसे टूरिस्ट प्लेस के रूप में विकसित किया जाएगा।
चार महिने विदेशी पक्षियों को देखने आते टूरिस्ट:
सर्दी का मौसम शुरू होते ही जलमग्न हुई जमीन पर विदेशी पक्षियों का आना शुरू हो जाता है। करीब चार महीने तक विदेशी पक्षी यहां अपना डेरा जमाए रखते हैं। जिन्हें देखने के लिए यहां टूरिस्ट आते रहते हैं। यहां झील बन जाने से लोगों को काफी फायदा होगा।