Edited By vinod kumar, Updated: 19 May, 2020 06:01 PM
हरियाणा के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि प्रवासी मज़दूरों को अपने गंतव्य स्थानों तक ना पहुंचाना सरकार की नाकामयाबी है। उन्हाेंने कहा कि कोरोना महामारी की इस संकट की घड़ी में प्रदेश में सरकार कही नजर नहीं आ रही है। वहीं...
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता): हरियाणा के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि प्रवासी मज़दूरों को अपने गंतव्य स्थानों तक ना पहुंचाना सरकार की नाकामयाबी है। उन्हाेंने कहा कि कोरोना महामारी की इस संकट की घड़ी में प्रदेश में सरकार कही नजर नहीं आ रही है। वहीं अराेड़ा ने पुलिस द्वारा कलानौर बॉर्डर पर प्रवासियाें पर बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज करने की निंदा की।
मंगलवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा यमुनानगर पहुंचे। उन्हाेंने नई अनाज मंडी यमुनानगर में मंडी आढ़ती एसोसीऐशन के पूर्व प्रधान एडवोकेट जगबीर सिंह के कार्यालय में प्रेस वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर उनके साथ रादौर से कांग्रेस के विधायक बिशन सिंह सैनी और साढ़ौरा से विधायक रेणु बाला भी उपस्तिथ रही।
इस दाैरान अशाेक अराेड़ा ने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर फेस नजर आ रही है। किसानों को अभी तक बकाया गेंहू का भुगतान नहीं हुआ है। धान की फसल पर बुआई की रोक लगाना एक तुगलकी फरमान है। जल संरक्षण में आज दादूपुर-नलवी नहर अगर सरकार बंद ना करती तो आज यह नहर उपयोगी होती। कांग्रेस ने 400 करोड़ रुपये की लागत से इसे बनाया था। लेकिन सरकार द्वारा इसे बंद करवाना एक गलत फैसला था।
उन्हाेंने कहा कि लॉकडाउन में सरकार पुलिस चालान के नाम पर करोड़ों रूपये कमा रही हैं। एक और आम नागरिक अपनी रोजी रोटी खो चुका हैं और परेशान है। वहीं दूसरी और सरकार चालान कर उन लोगों पर से आर्थिक दंड के नाम पर लूट कर अपनी जेब भर रही है। अराेड़ा ने कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, वहां पर प्रवासी मज़दूरों का पूरा ख्याल रखा जा रहा हैं।
हरियाणा में भाजपा सरकार पंजाब से बसों के द्वारा भेजें जा रहें प्रवासी मजदूरों को अंबाला और यमुनानगर बाॅर्डर से आगे नहीं भेज रही और उनको पंजाब ही वापिस भेज रही है। उत्तरप्रदेश में कांग्रेस की नेता प्रियंका गाँधी वाड्रा द्वारा 1000 बसों का इंतजाम राजस्थान बॉर्डर पर किया गया। ताकि उत्तर प्रदेश से प्रवासी मज़दूरों को उनके घरों तक पहुंचाया जा सके। लेकिन योगी सरकार उस पर भी राजनीति कर रही है। ना तो अपने आप उन प्रवासी मज़दूरों को भेजने का काम कर रही हैं और ना ही उनके रहने का सही इंतजाम कर रही।
इसके साथ उन्हाेंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 20 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक पैकेज केवल एक कागजी गुणा भाग हैं। इसका ना तो किसानों को, ना गरीब मज़दूरों को और ना ही छोटें व्यापारियों को कोई लाभ मिलेगा। उन्हाेंने कहा कि संकट की इस घड़ी में कांग्रेस देश के साथ खड़ी है।