किसान नेता राकेश टिकैत ने खुद माना- ...आंदोलन में शामिल हो गए हैं अराजक तत्व

Edited By Shivam, Updated: 26 Jan, 2021 04:30 PM

farmer leader rakesh tikait admitted chaotic elements have joined movement

कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन इतना उग्र हो जाएगा यह खुद किसान नेताओं को यकीन नहीं हो रहा। आज गणतंत्र दिवस पर लाल किला की प्राचीर पर चढ़े उग्र आंदोलनकारियों ने झंडा फहरा दिया। इस पर अब किसान नेताओं ने लाल किला की प्राचीर पर चढ़े...

नई दिल्ली (ब्यूरो): कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन इतना उग्र हो जाएगा यह खुद किसान नेताओं को यकीन नहीं हो रहा। आज गणतंत्र दिवस पर लाल किला की प्राचीर पर चढ़े उग्र आंदोलनकारियों ने झंडा फहरा दिया। इस पर अब किसान नेताओं ने लाल किला की प्राचीर पर चढ़े आंदोलनकारियों को उनके पक्ष का होने से नकार दिया। किसान नेता राकेश टिकैत ने उत्पात मचाने वाले आंदोलनकारियों को किसान होने से नकार दिया है।

किसान राकेश टिकैत ने अपने एक बयान में कहा कि पुलिस की तरफ से सारी गड़बड़ी की गई, तय रूट पर नाकेबंदी करने से किसान भ्रमित हो गए। उन्होंने कहा कि पुलिस की तरफ से ही लाठीचार्ज किया गया और गोले छोड़े गए, जिससे मामला बिगड़ा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर कुछ लोग गलत हरकतें कर रहे हैं।



वहीं एक सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा कि आंदोलन हमारे वश में हैं, हमें पता है कि आंदोलन में गड़बड़ करने की कोशिश करने वाले चिह्नित हैं। उन्होंने कहा कि वे पॉलिटिकल पार्टी के लोग जो आंदोलन को खराब करना चाहते हैं। टिकैत ने यह भी माना कि आंदोलन में कुछ अराजक तत्व भी शामिल हो गए हैं।

PunjabKesari

गौरतलब है कि किसानों ने आईटीओ में तोडफ़ोड़ की और पुलिसकर्मियों पर हमला भी किया। मुकरबा चौक पर किसानों की पुलिस के साथ झड़प हुई और हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया। इसके साथ अक्षरधाम के पास भी किसानों को आगे बढऩे से रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस की गोले छोड़े। किसानों ने सिंघु बॉडर्र में पास पुलिस द्वारा तय समय से पहले जबरन बैरिकेड तोड़कर आगे बढऩे की कोशिश की। 

PunjabKesari

कृषि कानून के खिलाफ पिछले दो महीनों से आंदोलन कर रहे किसानों ने गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च निकाला लेकिन इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर चढ़ाई कर दी। किसानों ने लाल किले पर तिरंगा उतार कर वहां पर किसानों का झंडा लगा दिया इतना ही नहीं किसानों ने कई मीडियाकर्मियों के साथ भी बदसलूकी की। लाल किले की प्राचीर पर आंदोलनकारियों के पहुंचने पर किसान नेताओं ने कहा कि वो लोग हमारे नहीं है। साथ ही योगेद्र यादव ने अपील की किसानों को जो रूट दिए गए हैं वहीं पर ट्रैक्टर रैली निकाली जाए, किसी दूसरे रास्ते पर न जाएं और हिंसा न करें।

Related Story

Trending Topics

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!