Edited By Isha, Updated: 17 May, 2020 11:40 AM
कोरोना महामारी के चलते अब लोग पुराणी परमपरा की तरफ लौटने लगे है। गर्मी का मौसम है इस मौसम में अब लोग ठंडे पानी से परहेज करते नज़र आ रहे है। इसी के चलते अब मिट्टी के मटके,सुराही और मिट्टी के कैंपर की डिमांड बहुत
सिरसा(सतनाम)- कोरोना महामारी के चलते अब लोग पुराणी परमपरा की तरफ लौटने लगे है। गर्मी का मौसम है इस मौसम में अब लोग ठंडे पानी से परहेज करते नज़र आ रहे है। इसी के चलते अब मिट्टी के मटके,सुराही और मिट्टी के कैंपर की डिमांड बहुत बढ़ गई है। सिरसा में लोग अब मिट्टी के बर्तनों की डिमांड करने लगे है.मटके सुराही बनाने वाले कुम्हार कहते है की लॉक डाउन के शुरुवाती दौर में काम बिलकुल ठप्प हो गया था लकिन अब थोड़ी राहत मिली है,स्वास्थ्य विभाग लोगो को ठन्डे पानी पीने से परहेज करने के लिए कह रहा है जिसके बाद मिट्टी के घड़ो सुराही की डिमांड बढ़ गई है.डॉक्टर्स का भी मानना है की ऐसे मौके पर ठन्डे पानी पीने से परहेज करना चाहिए।
मिटटी के बर्तन बनाने वाले कारीगर कृष्ण ने बताया की कोरोना के चलते लोग फिर से अपनी पुरानी परंपरा की तरफ लौट रहे है , पुराने लोग मिटटी के बर्तनो में ही पानी पीना पसंद करते थे लेकिन आज की नई पीढ़ी फ्रिज का ठंडा पानी पीना पसंद करते है लेकिन कोरोना के चलते स्वास्थ्य विभाग ने भी साफ कर दिया की गर्म या नॉर्मल पानी का सेवन करे। ऐसे में लोग मिटटी के बर्तनो खरीदारी कर रहे है ऐसे कुम्हार अधिकतर मिटटी के मटके, केम्पर ,सुराही व बोतल बनाने का आर्डर ले रहे है।
कारीगरों का कहना है कि कोरोना के चलते इनके काम काफी असर पड़ा है जो उनका माल पंजाब , राजस्थान , दिल्ली जाता था लेकिन बोर्डर सील के कारण उनका काम भी ठप्प हो गया है। आमजन का कहना है की कोरोना महामारी के चलते स्वास्थ्य विभाग ने लोगो को नार्मल पानी पीने के लिए कहा है जिसके बाद से अब वो ठन्डे पानी पीने से परहेज करने लगे है, मिट्टी के मटकों और सुराही का इस्तेमाल करने लगे है।
डॉ अंजनी अग्रवाल ने बताया की मिटटी के मटका या सुराही का पानी बहुत फायदेमंद होता है ! जब फ्रिज का पानी पीते है तो तापमान अलग-अलग ठंडा व् गर्म पानी से गले में जकड़न होती है , मिटटी के बर्तनो में पानी समान्य तापमान में होता है , यह वायरस गले में ही होता है जिससे ठंडा पानी नुकशान दायक है। मिटटी के मटके व सुराही का पानी गुणकारी भी होता है इसलिए कोशिश की जाए इस समय मिटटी के बर्तनो में ही पानी पीना चाहिए।