Edited By Isha, Updated: 10 Dec, 2024 08:11 AM
हरियाणा में हिसार जिले की एक पंचायत ने बड़ा फैसला किया है। गांव की पंचायत ने रविवार को यह फैसला किया है कि गांव में शादी-ब्याह के मौके पर डीजे नहीं बजेगा। पंचायत ने मृत्यु भोज पर भी रोक लगा दी है। पंचायत में शामिल लोगों
हिसार: हरियाणा में हिसार जिले की एक पंचायत ने बड़ा फैसला किया है। गांव की पंचायत ने रविवार को यह फैसला किया है कि गांव में शादी-ब्याह के मौके पर डीजे नहीं बजेगा। पंचायत ने मृत्यु भोज पर भी रोक लगा दी है। पंचायत में शामिल लोगों ने कहा कि शादी से 3-4 दिन पहले से ही लोग डीजे बजाने लग जाते हैं। इससे दूसरे लोगों को दिक्कतों को सामना करना पड़ता है।
बैठक में हुआ फैसला
हिसार जिले के उकलाना क्षेत्र के गांव खैरी में रविवार को ग्रामीणों की बैठक पूर्व पंच माटा राम की अध्यक्षता में हुई। बैठक में गांव में डीजे बजाने और मृत्यु भोज पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का सर्वसम्मति से फैसला लिया गया। फैसले की अवहेलना करने पर जुर्माना लगाने की भी घोषणा की गई है। सभा के अध्यक्ष पूर्व पंच माटा राम और नरेंद्र खैरी ने बताया कि शादी से 3-4 दिन पहले ही घरों में डीजे बजाना शुरू हो जाता है। ऊंची और तेज आवाज में डीजे बजाने के कारण पशुओं को भी कई बार दिक्कत हो जाती हैं। डीजे पर शराब पीकर युवा पीढ़ी नाचती है और आपस में झगड़े होने लगते हैं। इससे कई बार ज्यादा नुकसान होता है और आपसी भाईचारा भी खराब होता है।
सभा के अध्यक्ष माटा राम और नरेंद्र खैरी ने बताया कि ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से फैसला किया गया है कि अगर कोई व्यक्ति आज से गांव में डीजे बजाता है या मृत्यु भोज देता है तो उसके ऊपर 11 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
मृत्यु भोज पर रोक
सभा के अध्यक्ष ने बताया कि गांव में किसी बुजुर्ग की मृत्यु होने पर मृत्यु भोज दिया जाता है। जो परिवार शोक में होता है। उसे सामाजिक मजबूरी के चलते मृत्यु भोज करना पड़ता है। जो किसी भी प्रकार से सही नहीं है। कई बार तो हालात ये होते हैं कि जिस परिवार में बुजुर्ग की मौत होती है। उसकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर होती है, लेकिन उसे कर्ज उठाकर भी मृत्यु भोज देना पड़ता है। जो किसी भी मायने से सही नहीं है।