Edited By Yakeen Kumar, Updated: 11 Dec, 2025 09:25 PM

डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिड्डा ने 'वंदे मातरम' के मुद्दे पर विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। जींद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने स्पष्ट और कड़े शब्दों में कहा कि इस देश में जन्म लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति को वंदे मातरम बोलना ही पड़ेगा।
जींद (अमनदीप पिलानिया) : डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिड्डा ने 'वंदे मातरम' के मुद्दे पर विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। जींद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने स्पष्ट और कड़े शब्दों में कहा कि इस देश में जन्म लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति को वंदे मातरम बोलना ही पड़ेगा।
डॉ. मिड्डा ने अपने बयान में कहा, "वंदे मातरम उस समय का है जब हम आज़ादी की लड़ाई लड़ रहे थे। जो इंसान इस धरती पर जन्म लिया है, उसको वंदे मातरम बोलना पड़ेगा। अगर कोई वंदे मातरम नहीं बोल सकता है, तो उसे इस देश में रहने का अधिकार नहीं है।" उनकी यह टिप्पणी राजनीतिक गलियारों में एक नया विवाद खड़ा कर सकती है।
संसद और संविधान पर अनुभव
डिप्टी स्पीकर ने हाल ही में लोकसभा सदन के अपने अनुभव को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि उन्हें पहली बार संविधान को करीब से देखने का अवसर मिला, जिसमें विशेष रूप से हाथ से लिखे गए पुराने संविधान का अवलोकन शामिल था। उन्होंने कहा कि पुराने और नए संविधान के बीच के अंतर को देखने का मौका सभी नेतागणों को मिला, जो एक महत्वपूर्ण अनुभव रहा।
जनता दरबार में सुनी समस्याएँ
आगामी विधायी कार्यों की जानकारी देते हुए डॉ. मिड्डा ने बताया कि हरियाणा विधानसभा का सत्र 18 दिसंबर से शुरू होने वाला है और सदन में उठाए जाने वाले विभिन्न विषयों की तैयारियां ज़ोरों पर चल रही हैं।
इसी के साथ, आज उन्होंने जींद में एक जनता दरबार भी लगाया, जहाँ उन्होंने आम जनता की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुना। कई समस्याओं का समाधान उन्होंने मौके पर ही कर दिया, जबकि शेष समस्याओं को समयबद्ध तरीके से हल करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए।
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