Edited By Isha, Updated: 04 Jun, 2025 05:39 PM

कांग्रेसी नेता राहुल गांधी को परोक्ष रूप से पाकिस्तान के प्रवक्ता बताते हुए मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे ने कांग्रेसी वरिष्ठ नेताओं की कार्यशैली और सोच पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। उन्हों
चंडीगढ़( चंद्रशेखर धरणी): कांग्रेसी नेता राहुल गांधी को परोक्ष रूप से पाकिस्तान के प्रवक्ता बताते हुए मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे ने कांग्रेसी वरिष्ठ नेताओं की कार्यशैली और सोच पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। उन्होंने पंजाब केसरी से बातचीत के दौरान कहा ना तो राहुल गांधी पार्टी के अध्यक्ष हैं और ना ही पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें सार्वजनिक तौर पर किसी ऐसी जिम्मेदारी के लिए अधिकृत किया है कि वह राज्यों मे जाकर बैठके ले सकें, बावजूद इसके कांग्रेसी राहुल गांधी से यह नहीं पूछते कि वह किस हैसियत से यहां आए हैं यानि कांग्रेसी नेताओं की सोच गुलामो जैसी हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि सबसे अधिक चुनाव हारने का विश्व रिकार्ड बनाने वाले राहुल गांधी जिनके नेतृत्व में पार्टी चुनाव जीतना तो दूर पार्टी परफॉर्म तक नहीं कर पाई उनके नेतृत्व को कांग्रेसी आखिर मंजूर कैसे कर रहे हैं यह एक बड़ा सवाल है कैसे कांग्रेसी मानसिक रूप से इतने बड़े गुलाम बन गए कि वह सवाल तक नहीं पूछते। जी राहुल गांधी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से यह कहकर इस्तीफा दे दिया था कि अब मेरे परिवार से कोई अध्यक्ष नहीं होगा फिर भी वह पार्टी में निर्णय ले रहा है इससे तो यही लगता है कि यह एक परिवार की पार्टी है, एक परिवार की प्रॉपर्टी है, और एक कंपनी की तरह चलने वाली पार्टी है जहां मालिक भले ही पद पर न हो लेकिन वह फिर भी मालिक हैं। कांग्रेसी मित्रों को कम से कम अपनी आत्मा को जगाना चाहिए। इस गुलाम वाली प्रवृति से पीछा छुड़वाना चाहिए।
प्रवीण अत्रे ने कहा कि राहुल गांधी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में यह चयनित करना चाह रहे हैं कि कौन सा घोड़ा लंगड़ा है, बारात के लायक कौन है और लड़ाई के लायक कौन है ? अब यह देखना रहेगा कि किस-किस को लंगडे घोड़े के रूप में चयनित किया जाता है। लेकिन बता दूं कि कांग्रेसियों के हलात आज ऐसे हैं जैसे मेंढकों को एक तराजू में तोलना हो। पिछले 11 सालों में कांग्रेसियों की गुटबाजी सभी के सामने है। ना तो इनका संगठन है और आए दिन इनके सिर फुटव्व्ल सबके सामने है।
जिला स्तर पर लंबे से संगठन ना बन पाना और बार-बार अपने प्रभारी को बदलना खुद गवाही दे रहे हैं। असंध के विधायक शमशेर सिंह गोगी और कांग्रेस के बड़े नेता कुलदीप शर्मा के बयानों से साफ हो चुका है कि कांग्रेस के हालात आईसीयू में पड़े व्यक्ति जैसे हैं। जो कांग्रेस इतने लंबे समय से नेता प्रतिपक्ष नहीं चुन पाई उसके हालातों का अनुमान खुद लग रहा है। यह सभी एक दूसरे की टांग खींच रहे हैं। इनका व्यवहार केकड़ों की तरह लग रहा है।