बर्ड फ्लू की आहट : अलर्ट के बाद भी विभाग बेखबर, देवीलाल पार्क में 10 कौए मिले मृत

Edited By Manisha rana, Updated: 08 Jan, 2021 03:49 PM

bird flu outcry 10 crow found dead in devi lal park even after alert

एक ओर जहां बर्ड फ्लू की आहट पर जिले भर में अलर्ट जारी है। वहीं वन्य जीव विभाग इसे लेकर अब तक बेखबर है। इसकी पुष्टी तब हुई जब सेक्टर-52 स्थित ताउदेवी लाल पार्क में दैनिक रूप से घूमने कुछ बच्चे पहुंचे । जहां बच्चों ने एक लाइन से तकरीबन 9 से अधिक कौओं...

गुड़गांव : एक ओर जहां बर्ड फ्लू की आहट पर जिले भर में अलर्ट जारी है। वहीं वन्य जीव विभाग इसे लेकर अब तक बेखबर है। इसकी पुष्टी तब हुई जब सेक्टर-52 स्थित ताउदेवी लाल पार्क में दैनिक रूप से घूमने कुछ बच्चे पहुंचे । जहां बच्चों ने एक लाइन से तकरीबन 9 से अधिक कौओं को मृत पाया। इसकी जानकारी बच्चों ने अपने अभिवाकों को दी जिसकी जानकारी मिलने के बाद पार्क प्रबंधन द्वारा मृत कौओं को पार्क से हटवाया और वहां सफाई कराई।

हालांकि दूसरे दिन भी कई गंभीर रूप से असहाय कौए देखे गए जो ना उड़ पा रहे थे ना तो चल पा रहे थे। अधिकारियों की मानें तो उत्तर भारत के कई राज्यों के बर्ड फ्लू की पुष्टी के बाद यहां भी अलर्ट जारी किया गया है | बताया जा रहा है कि एवियन इमलुएंजा नामक संक्रामक बीमारी है। जो लार (स्लाइवा) के जरिए तेजी से एक परिंदे से दूसरे परिंदों में फैलती है। इस तरह की संभावना को देखते हुए संबंधित विभागों को चौकस रहने को कहा गया है। बावजूद इसके पार्क में मरे पाए गए कौओं की जानकारी विभागीय अधिकारियों के कानों तक नहीं पहुंच सकी। हां इतना जरूर है कि अधिकारियों ने इस बात का दावा जरूर किया है कि यहां बर्ड फ्लू का कोई भी केस सामने नहीं आया है। अगर ऐसा कोई केस सामने आता है तो उसके सेंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजे जाएंगे।

बर्ड लेक व पोल्ट्री फार्मों पर नजर 
बताया जा रहा है कि पक्षी उद्यान सुल्तानपुर से लेकर जिले के पोल्टी फार्मो में विशेष निगरानी व पक्षियों में लक्षण दिखने पर तुरंत विभाग को बताने को कहा गया है। वर्ष 2016 में बर्ड फ्लू से उच्चान सहित पोल्टी फार्म में दर्जनों परिंदों की मौत हो गई थी। विशेषज्ञों की मानें तो बेहद संक्रामक बीमारी है । जिसका संक्रमण श्वसन तंत्र से शुरू होता है बाद में पेट तक पहुंचता है।

यह कहते हैं विकित्सक
जैकबपुरा स्थित पक्षी अस्पताल के पक्षी विशेषज्ञ डा. राजकुमार ने बताया परिंदों में यह संक्रमण आमतौर पर लार के जरिए पहुंचता है। जो धीरे धीरे संपर्क में रहने वाले दुसरे परिंदों में पहुंचता है। उन्होंने बताया कि इसका संक्रमण श्वसनतंत्र से शुरु होता है जो पाचन तंत्र से लेकर धीरे-धीरे तंत्रिता तंत्र तक फैल जाता है। समय रहते अगर ऐसे परिंदों को अस्पताल पहुंचा दिया जाए तो उनका इलाज संभव है। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!