Edited By vinod kumar, Updated: 20 Jan, 2021 06:00 PM
तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। मांगे पूरी ना होने पर किसानों ने आंदोलन को तेज करते हुए 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालने किया हुआ है। किसानों ने कहा कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली को...
सोनीपत (पवन राठी): तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। मांगे पूरी ना होने पर किसानों ने आंदोलन को तेज करते हुए 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालने किया हुआ है। किसानों ने कहा कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली को कोई नहीं रोक सकता है। हमारे युवा और किसान शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर रैली निकालेंगे, अगर इस दिन किसी तरह की हिंसा होती है तो इसकी जिम्मेदार सरकार होगी।
किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा ने कहा कि हमारे बच्चे शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं और हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से ही रहेगा। सरकार के मंसूबे गलत हैं। बीजेपी के लेटर पैड से एक पत्र मेरे को मिला है। इस लेटर में खतरनाक शब्द लिखे गए हैं। देश को खंड खंड करने के लिए और इतनी बड़ी भीड़ को भड़काने के लिए इसमें शब्द लिखे गए हैं, यह बहुत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इस लेटर पैड की पूरी जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा चिट्ठियों के माध्यम से हम डरने वाली नहीं है। क्योंकि सरकार ने तो बहुत से षड्यंत्र रचे हैं। सरकार ने किसानों पर एफआईआर भी दर्ज करवाई, एनआईए एजेंसी को भी यूज करने की कोशिश की, लेकिन सरकार हर मोर्चे पर फैल हो रही है। उन्होंने कहा कि मैं यह कहना चाहता हूं 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकलेगी, यह डंके की चोट पर कह रहा हूं। किसानों का आंदोलन शांतिपूर्ण शुरू किया, शांतिपूर्ण रहा और आगे भी शांतिपूर्ण रहेगा।
बलदेव ने कहा कि संयुक्त मोर्चा ने कह दिया है कि एनआईए के समक्ष किसी भी किसान को पेश नहीं होना है, इसलिए मैं एनआईए के समक्ष पेश नहीं हुआ हूं। आगे भी अगर कोई नोटिस आता है तो संयुक्त मोर्चा कहेगा तभी पेश होंगे, नहीं तो बिल्कुल भी पेश नहीं होंगे।