Edited By Manisha rana, Updated: 16 Nov, 2024 08:25 AM
हरियाणा के कई जिलों में घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने हिसार, नाथूसरी चोपटा, ऐलनाबाद, फतेहाबाद, रानिया, कैथल, नरवाना, नासरसा, टोहाना, कलायत, रतिया, डबवाली, गुहला, पिहोवा, अंबाला, कालका, पंचकूला में घना कोहरा छाए रहने की संभावना जताई...
हरियाणा डेस्क: हरियाणा के कई जिलों में घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने हिसार, नाथूसरी चोपटा, ऐलनाबाद, फतेहाबाद, रानिया, कैथल, नरवाना, नासरसा, टोहाना, कलायत, रतिया, डबवाली, गुहला, पिहोवा, अंबाला, कालका, पंचकूला में घना कोहरा छाए रहने की संभावना जताई है। इन इलाकों में विजिबिलिटी 50 मीटर से कम रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने घने कोहरे को लेकर कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, जींद, चरखी दादरी को अलर्ट पर रखा है।
हरियाणा का मुरथल सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल रहा। यहां का AQI 451 दर्ज किया गया। यहां वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खराब है। जींद में AQI 378, गुरुग्राम में 289, भिवानी में 288, फरीदाबाद में 282, बहादुरगढ़ में 270 और रोहतक में 227 दर्ज किया गया। हरियाणा के शहरों के AQI का यह आंकड़ा 16 नवंबर सुबह 6 बजे का है।
जानें हरियाणा में आगे कैसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 17 नवंबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील लेकिन शुष्क रहने की संभावना है। 16 नवंबर को पूर्वी हवाएं चलने के कारण बीच-बीच में आंशिक बादल छा सकते हैं और धुंध छा सकती है। इसके बाद 17 नवंबर से फिर से मध्यम गति से उत्तर और उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने के कारण दिन का तापमान सामान्य के आसपास रहने की संभावना है और रात के तापमान में मामूली गिरावट आने की संभावना है।
हरियाणा में घने कोहरे का क्या हो रहा है असर
केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग(CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स सिस्टम (GRAP)-3 प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। NCR में प्रदेश के 14 शहर हैं, जिनमें शुक्रवार (15 नवंबर) सुबह 8 बजे से क्रशर-माइनिंग पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा 5वीं क्लास तक के बच्चों की स्कूल बंद करने का फैसला सरकार पर छोड़ दिया गया है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि जिलों के डिप्टी कमिश्नर बच्चों के स्कूल बंद करने के बारे में फैसला ले सकते हैं। दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए GRAP के तहत कुछ पाबंदियां लगाई जाती हैं। जब AQI 200 से ऊपर चला जाता है तो GRAP का पहला चरण लागू किया जाता है। उसके बाद जब AQI 300 को पार करता है तो दूसरा चरण लागू किया जाता है और जब AQI 400 को पार करता है तो GRAP 3 लागू किया जाता है।
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