Edited By Isha, Updated: 17 Dec, 2025 10:37 AM

इंद्रपुरी कॉलोनी में एक बुजुर्ग महीनों से कमरे के अंदर ही कैद था। बुजुर्ग के शरीर को चूहे और चीटियां काट रहे थे। मलमूत्र में ही कच्ची जमीन पर बिना रोशनी के पड़े थे। बुजुर्ग को वंदे मातरम् दल की टीम ने रेस्क्यू किया।
अंबाला: इंद्रपुरी कॉलोनी में एक बुजुर्ग महीनों से कमरे के अंदर ही कैद था। बुजुर्ग के शरीर को चूहे और चीटियां काट रहे थे। मलमूत्र में ही कच्ची जमीन पर बिना रोशनी के पड़े थे। बुजुर्ग को वंदे मातरम् दल की टीम ने रेस्क्यू किया।
संस्थापक भरत ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर पर युवक हितेश ने सूचना दी कि एक बुजुर्ग यहां रहते हैं जिनकी हालत खराब है। इसके बाद पहुंचा तो देखा बुजुर्ग की उंगलियां चूहे नोंच रहे थे। शरीर पर कीड़े चल रहे थे। भरत सिंह ने बताया कि स्थानीय लोगों ने बताया कि बुजुर्ग के बच्चों व पत्नी की मृत्यु हो चुकी है। यह व्यक्ति यहां अकेला ही रह रहा था। बुजुर्ग को जिला नागरिक अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। भरत सिंह ने बताया कि स्थानीय लोगों ने बताया कि इस व्यक्ति के बच्चों व पत्नी की मृत्यु हो चुकी है। यह व्यक्ति यहां अकेला ही रह रहा था।
यह व्यक्ति अकेला, असहाय और बेसहारा होकर चहारदीवारी के बीच सिसक रहा था। यह बुजुर्ग कभी-कभार ही कमरे से बाहर आता था, वरना अधिकतर समय उसी बंद कमरे में पड़ा रहता था। पड़ोसी कभी-कभी दरवाजे पर खाना रख जाते थे, जिसे वह उठाकर खा लेता था, लेकिन पिछले एक सप्ताह से घर से उठती तेज दुर्गंध के कारण पड़ोसियों ने भी खाना देना बंद कर दिया था। भरत ने बताया कि बुजुर्ग जीवित तो थे, लेकिन बेहद कमजोर हालत में हैं। उनका शरीर ठंडा पड़ चुका था, सांसें बहुत धीमी चल रही थीं। चूहों ने उनके हाथों को कुतर लिया था। व्यक्ति को जिला नागरिक अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। वहीं, रेस्क्यू करने में कीरतपाल सिंह, रामचंद्र, टिंकू, तिलकधारी, सौरभ, मनीष, अंजली प्रजापत सौरव, गुरदीप सहित वंदे मातरम् दल के अन्य सभी सदस्य शामिल रहे।