Edited By Manisha rana, Updated: 17 Dec, 2025 09:44 AM

हरियाणा में किसान रजिस्ट्री (एग्रीस्टैक) के तहत 1.38 करोड़ किसानों का पंजीकरण ओ.टी.पी.-आधारित आधार प्रमाणीकरण प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा।
चंडीगढ़ : हरियाणा में किसान रजिस्ट्री (एग्रीस्टैक) के तहत 1.38 करोड़ किसानों का पंजीकरण ओ.टी.पी.-आधारित आधार प्रमाणीकरण प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा। यह जानकारी वित्त आयुक्त, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग, डा. सुमिता मिश्रा ने उपायुक्तों, जिला राजस्व अधिकारियों और तहसीलदारों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से किसान रजिस्ट्री (एग्रीस्टैक) और डिजिटल फसल सर्वेक्षण (डी.सी.एस.) की प्रगति की समीक्षा करते हुए दी।
समीक्षा के दौरान डा. मिश्रा ने उपायुक्तों को राजस्व और कृषि विभाग के साथ निकट समन्वय में गांव स्तर पर शिविर आयोजित कर विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए, ताकि क्रियान्वयन की गति तेज की जा सके। उन्होंने निर्देश दिया कि किसान रजिस्ट्री और डिजिटल फसल सर्वेक्षण-दोनों-फरवरी 2026 तक पूरे किए जाएं। उन्होंने कहा कि व्यापक कवरेज कवरेज के के लिए अधिकतम किसान सहभागिता और ग्रामीण क्षेत्रों में केंद्रित जनसंपर्क अत्यंत आवश्यक है। इस पहल को किसानों के लिए परिवर्तनकारी बताते हुए डा. मिश्रा ने कहा कि आधार ओ.टी.पी.-आधारित प्रमाणीकरण के माध्यम से 1.38 करोड़ फार्म आई.डी. बनाई जाएंगी, जिससे सटीकता, पारदर्शिता और लाभों की लक्षित आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
पंजीकरण प्रक्रिया कल से अम्बाला, पंचकूला और फरीदाबाद में शुरू होगी
उन्होंने जानकारी दी कि पंजीकरण प्रक्रिया कल से 3 जिलों-अम्बाला, पंचकूला और फरीदाबाद में शुरू होगी। समयबद्ध पूर्णता पर जोर देते हुए डा. मिश्रा ने कहा कि किसान रजिस्ट्री को सीधे पी.एम. किसान | योजना और अन्य लाभार्थी योजनाओं से जोड़ा जाएगा। मिश्रा ने बताया कि अब तक लगभग 46,000 पेपरलैस पंजीकरण पूरे हो चुके हैं, जो जमीनी स्तर पर स्थिर प्रगति को दर्शाता है।
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