Edited By Isha, Updated: 23 Apr, 2025 01:41 PM

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां हरियाणा से एक महिला अपनी समलैंगिक महिला मित्र को लेने शिवपुरी पहुंच गईं। इन दोनों की मित्रता इंस्टाग्राम पर हुई थी
हरियाणा डेस्क: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां हरियाणा से एक महिला अपनी समलैंगिक महिला मित्र को लेने शिवपुरी पहुंच गईं। इन दोनों की मित्रता इंस्टाग्राम पर हुई थी। दोनों ने कई वक्त एक साथ ऑनलाइन गुजारा और इसके बाद फिर हरियाणा में कुछ समय एक साथ दोनों रहीं थीं। पति भी काम धंधे की तलाश में इन दोनों के साथ हरियाणा मे रहने चला गया था।
शादीशुदा और दो बच्चों की मां हरियाणा की रहने वाली एक महिला से प्रेम करने लगीं और वह कहती हैं कि अपने पति को तलाक देकर उसके साथ समलैंगिक संबंध बनाएगी और उसी के साथ शादी भी करेगी. उसका कहना है कि वह कोर्ट में दरख्वास्त देकर जल्द से जल्द उसके साथ शादी करेगी।
जानकारी के अनुसार, अपनी समलैंगिक महिला मित्र के पति को हरियाणा की रहने वाली महिला ने भाई बनाकर अपने साथ रखा था. लेकिन देखते-देखते इन दोनों महिलाओं में समलैंगिक प्यार हो गया। पति को इसकी खबर हुई तो वह अपनी पत्नी को साथ लेकर वापस शिवपुरी आने की जिद करने लगा लेकिन पत्नी राजी नहीं हुई इसके बाद पति मजबूर होकर बिना पत्नी के शिवपुरी लौट आया और पत्नी को यह कहकर बुलवाया की वह उसे तलाक देने के लिए राजी है। बस उसे शिवपुरी आकर तलाक के कागज पर दस्तखत करने हैं।
यह सुनकर हरियाणा में रह रहीं इस युवक की पत्नी समलैंगिक महिला मित्र को दो दिन के लिए छोड़कर यहां शिवपुरी आ गईं, लेकिन जब दो दिन बाद हरियाणा न78/*हीं लौटी तो हरियाणा की रहने वाली महिला शिवपुरी की अपनी समलैंगिक महिला को वापस लेने हरियाणा से शिवपुरी आ गईं।
उस महिला का यहां आना महिला के पति को नागवार गुजरा और ससुराल वालों ने विरोध किया. मामला थाने पहुंच गया. खूब ड्रामा हुआ और पति ने इन दोनों महिलाओं के साथ मारपीट कर दी. अब यह समलैंगिक महिला प्रेम का यह मामला किसी तरह पुलिस ने सुलझाया है. हरियाणा से आई महिला के साथ पूरी तरह जाने को राजी शादीशुदा महिला को बड़ी मुश्किल से समझाया गया. तब जाकर के महिला मानी और हरियाणा से उसे लेने आई अपनी समलैंगिक महिला के साथ नहीं गई. तब जाकर महिला के पति और उसके ससुराल वालों ने राहत की सांस ली. फिलहाल कहा जा रहा है कि महिला मान तो गई है लेकिन कब तक यह नहीं कहा जा सकता.