Edited By Manisha rana, Updated: 19 Apr, 2025 11:30 AM

पानीपत असंध रोड दोनों नहरों के बीच स्थित स्वर्ग-पुरी श्मशान भूमि में एक अजब-गजब मामला सामने आया।
पानीपत (सचिन शर्मा) : पानीपत असंध रोड दोनों नहरों के बीच स्थित स्वर्ग-पुरी श्मशान भूमि में एक अजब-गजब मामला सामने आया। जहां एक परिवार ने गलती से किसी अन्य महिला की अस्थियां विसर्जित कर दी। जब उस महिला के परिजनों ने श्मशान घाट में अस्थियां न मिलने पर हंगामा किया तब गलती का पता चला। जिसके बाद गलती से अस्थियां उठाने वाले परिवार ने पंचायत में गलती मान माफी मांगी।
इससे सबक लेते हुए श्मशान समिति ने बिना पर्ची के अस्थियां न उठाने देने का निर्णय लिया है। जाटल रोड निवासी मुकेश की मां मानो देवी का 16 अप्रैल को निधन हुआ था। स्वर्ग पुरी के 13 नंबर कुंड में उनका अंतिम संस्कार किया गया। संस्कार के बाद परिजनों ने गलती से 13 की बजाय 12 नंबर कुंड से अस्थियां उठाकर नहर में प्रवाहित कर दीं।
वहीं दीवान नगर निवासी सूरज प्रकाश पत्नी दयावंती की अस्थियां संभालने पहुंचे तो 12 नंबर कुंड में अस्थियां नहीं मिली। उन्होंने हंगामा किया तो समिति के प्रधान सतीश कुमार व महासचिव सूरज प्रकाश डूडेजा श्मशान घाट पहुंचे। पंचायत हुई तो मुकेश ने गलती मान माफी मांगी। मुकेश ने 13 नंबर कुंड से मां की अस्थियां उठा प्रवाहित कीं। जबकि सूरजप्रकाश ने भी पत्नी की अस्थि की बची एक लकड़ी से ही रस्म को पूरा किया। श्री स्वर्ग-पुरी श्मशान भूमि सेवा समिति असंध रोड के प्रधान सतीश ने कहा कि पुजारी व अन्य लोगों को आगे से बिना पर्ची अस्थियां न उठाने देने बारे कहा गया है। ताकि ऐसा मामला दोबारा न हो।
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