Edited By Manisha rana, Updated: 23 Apr, 2025 04:22 PM

देश की सबसे बड़ी परीक्षाओं में से एक यूपीएससी के नतीजे जैसे ही जारी हुए तो परीक्षा पास करने वाले छात्र छात्राओं के परिजनों और परिवारों में जश्न का माहौल देखने को मिला।
सोनीपत (सन्नी मलिक) : देश की सबसे बड़ी परीक्षाओं में से एक यूपीएससी के नतीजे जैसे ही जारी हुए तो परीक्षा पास करने वाले छात्र छात्राओं के परिजनों और परिवारों में जश्न का माहौल देखने को मिला। वहीं सोनीपत के दीन बंधु छोटूराम विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एसके गर्ग के बड़े बेटे ने 35 वां स्थान हासिल किया।
डॉक्टर श्रेयक गर्ग ने अपनी यूपीएससी परीक्षा के पास होने के पीछे की कहानी बताते हुए बताया कि उसने महाराष्ट्र के वर्धा में महात्मा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (MGIMS) से MBBS की डिग्री भी हासिल की है और प्रशिक्षण के लिए ग्रामीणों के बीच पहुंचे तो उन्होंने वहां के हालात देखें और उनकी मदद करने की ठानी, लेकिन मदद करने के लिए उन्हें बड़े पद पर जाना जरूरी था। जिसके बाद उन्होंने 2022 में बिना तैयारी के ही यूपीएससी का एग्जाम दिया और फिर तैयारी शुरू कर दी। तैयारी करते हुए 2024 में दोबारा पेपर दिया और उसके बाद अब उन्होंने 35वां रैंक हासिल किया है।

श्रेयक गर्ग ने कहा कि उन्होंने लोगों की सेवा करने लिए सिविल सर्विसेज में जाना था। उसी के लिए मेहनत की और नतीजे सभी के सामने है। उन्होंने बताया कि तैयारी के लिए सोशल मीडिया और मोबाइल से भी दूरी बनाए रखी और साथ में 6 से 9 घंटे तक पढ़ाई की। इस दौरान उन्होंने अपने दोस्तों से भी दूरी बना ली, लेकिन अब जैसे ही नतीजे आए। उसे देखकर उसे सकून मिला है, अब पढ़ाई भी नहीं करनी पड़ेगी और वो देश के गरीब लोगों के लिए अच्छे से काम भी कर पाएगा।
श्रेयक गर्ग के पिता का कहना हैं कि श्रेयक गर्ग के दादा का सपना था कि परिवार मैं कोई बड़ा अधिकारी बने और एक डॉक्टर भी हो। उसके बेटे ने पहले MBBS की पढ़ाई पूरी कर डॉक्टर बने और उसके बाद अब वह अधिकारी बना है। तो मां संध्या अपने बेटे की इस उपलब्धि पर फूली नहीं समा रही है। पिता ने कहा कि उनका बेटा हमेशा से ही पढ़ाई में अच्छा रहा है।
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