Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 30 Nov, 2024 07:01 PM
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 6 दिसंबर को गुरुग्राम में दिव्यांगजनो के लिए आयोजित 11वां राष्ट्रीय दिव्यांग सम्मेलन और 11वीं राष्ट्रीय एबिलंपिक्स कौशल प्रतियोगिताओं 2024 का करेंगे उद्घाटन
गुड़गांव, ब्यूरो : 11वां राष्ट्रीय दिव्यांग सम्मेलन और ११वीं राष्ट्रीय एबिलंपिक्स प्रतियोगिता 2024, 6-7 दिसंबर 2024 को हरियाणा के गुरुग्राम स्थित सार्थक ग्लोबल रिसोर्स सेंटर (एसजीआरसी), सेक्टर-45 में आयोजित होने जा रहे हैं। यह प्रतिष्ठित आयोजन सार्थक एजुकेशनल ट्रस्ट और नेशनल एबिलंपिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनएएआई) द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में दिव्यांगजनो (PwDs) के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कौशल विकास, इनोवेशन और समावेशी प्रक्रियाओं के माध्यम से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनेक प्रतिभागी, विशेषज्ञों और भागीदारों को एक मंच पर लाने का उद्देश्य है।
भारत सरकार के लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। साथ ही, भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय (एमएसजेई) के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) के सचिव श्री राजेश अग्रवाल भी अपनी उपस्थिति से इसे गौरवान्वित करेंगे।
सम्मेलन में राष्ट्रीय एबिलंपिक्स कौशल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी, जिनमें भारत के क्षेत्रीय चरणों से चुने गए 66 पदक विजेता 15 कौशल श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करेंगे। इनमें आईसीटी, आतिथ्य कला और सर्विसेस से संबंधित श्रेणियां शामिल हैं। इसके अलावा, रूस के 20 राज्यों से आए अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागी अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करेंगे, जिससे यह आयोजन दिव्यांग समावेशन में वैश्विक सहयोग और नवाचार का केंद्र बनेगा। रूस एबिलंपिक्स फेडरेशन एबिलंपिक्स नेशनल सेंटर से 28 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल इस आयोजन में भाग लेगा। इसमें क्षेत्रीय और राष्ट्रीय प्रतिभागी, कौशल विशेषज्ञ और प्रतियोगी शामिल हैं। यह प्रतिनिधिमंडल ज्ञान आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करेगा। साथ ही, दिव्यांग सशक्तिकरण की वैश्विक पहल को गति देगा।
दो दिनों तक चलने वाले अधिवेशन में 10 पैनल डिसकशन भी आयोजित कियए जा रहे है। इनमें कॉर्पोरेट, मीडिया, सरकारी एजेंसियों, दिव्यांग और गैर-सरकारी संगठनों के विशेषज्ञ शामिल होंगे। चर्चा के मुख्य विषयों में दिव्यांगजनो (PwDs) के लिए अक्केस्सिबिलिटी, समावेशी शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर शामिल हैं।
नॅशनल एबिलंपिक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनएएआई) के महासचिव और सार्थक एजुकेशनल ट्रस्ट के संस्थापक एवं सीईओ डॉ. जितेंद्र अग्रवाल ने इस आयोजन पर टिप्पणी करते हुए कहा, "11वां राष्ट्रीय दिव्यांग सम्मेलन और राष्ट्रीय एबिलंपिक्स प्रतियोगिता भारत की समावेशी विकास की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण मंच होगा। साथ ही, यह दिव्यांगजनो (PwDs) के लिए अवसर और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों को भी मजबूत करेगा।" उन्होंने आगे कहा, "इस वर्ष रूस के साथ सहयोग दिव्यांग सशक्तिकरण पर वैश्विक ज्ञान आदान-प्रदान को और मजबूत करेगा। भारत, कौशल आधारित पहलों के माध्यम से समावेशी विकास की दिशा में मार्ग प्रशस्त करता रहेगा।"
"एबिलंपिक्स", जिसे क्षमताओं के ओलंपिक के रूप में जाना जाता है, दिव्यांगजनो (PwDs) के लिए अपने व्यावसायिक कौशल दिखाने और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का एक वैश्विक मंच है। यह आयोजन रोजगार के अवसरों जैसे बड़े मुद्दे को भी उजागर करता है। ऐसे कौशल विकास कार्यक्रम आईटी, आतिथ्य, मैन्युफैक्चरिंग और काला क्षेत्रों सहित विभिन्न क्षेत्रों में अवसरों के द्वार खोलते हैं।
फ्रांस के मेट्ज़ में आयोजित 10वें अंतरराष्ट्रीय एबिलंपिक्स में भारत की शानदार सफलता, जहाँ टीम ने सात पदक जीते, अब इस क्षेत्रीय आयोजन के लिए प्रेरणादायक पृष्ठभूमि के रूप में काम कर रही है।