Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 01 Jul, 2025 08:01 PM

ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो परियोजना के निर्माण कार्य में आने वाले 1800 पेड़ों की कटाई की खबर से पर्यावरण प्रेमियों में गहरी चिंता फैल गई है।
गुड़गांव ब्यूरो : ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो परियोजना के निर्माण कार्य में आने वाले 1800 पेड़ों की कटाई की खबर से पर्यावरण प्रेमियों में गहरी चिंता फैल गई है। मेट्रो निर्माण को लेकर भले ही सरकार द्वारा 18,000 नए पेड़ लगाने की योजना बनाई गई हो, लेकिन लगातार बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग और गुरुग्राम में तेजी से घटते हरित क्षेत्र ने नागरिकों और पर्यावरणविदों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। जानकारी के अनुसार ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो रूट की निर्माण प्रक्रिया अब तेजी से आगे बढ़ रही है।
इसके लिए संबंधित विभाग ने 1800 पेड़ों की कटाई की अनुमति मांगी है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि पेड़ों की कटाई के बदले दस गुना नए पौधे लगाए जाएंगे, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि विकसित पेड़ों का नुकसान इतनी आसानी से पूरा नहीं हो सकता। साइबर सिटी के रूप में विकसित हो रहे गुरुग्राम में लगातार पेड़ काटे जाने से गर्मी का स्तर काफी बढ़ रहा है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि हर साल शहर में तापमान का बढ़ना इस बात का संकेत है कि हरियाली की अनदेखी अब गंभीर संकट का रूप ले सकती है। पर्यावरण प्रेमियों ने प्रशासन से अपील की है कि मेट्रो जैसे बड़े प्रोजेक्ट के लिए वैकल्पिक मार्ग ढूंढे जाएं या अधिक से अधिक पेड़ों को स्थानांतरित करने का प्रयास किया जाए, ताकि हरित संपदा को बचाया जा सके। गुरुग्राम के लोग मेट्रो परियोजना का समर्थन तो कर रहे हैं, लेकिन वे इसे पर्यावरण की कीमत पर नहीं देखना चाहते।