Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 23 Jun, 2025 08:48 PM

झगड़े के एक मामले में समझौता कराने और आरोपी को मामले से बचाने की एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पुलिस के हेड कांस्टेबल को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
गुड़गांव,(ब्यूरो): झगड़े के एक मामले में समझौता कराने और आरोपी को मामले से बचाने की एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पुलिस के हेड कांस्टेबल को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी हेड कांस्टेबल पहले भी व्यक्ति से चार हजार रुपए ले चुका था। एसीबी ने आरोपी आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई की।
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राजेंद्रा पार्क थाना के अंतर्गत आनंद गार्डन पुलिस चौकी में आए झगड़े के एक मामले में आरोपी बनाए गए व्यक्ति को बचाने और समझौता कराने के लिए हेड कांस्टेबल नरेंद्र ने 10 हजार रुपए की रिश्वत मांग की थी। जिस पर एसीबी को पीड़ित ने शिकायत देते हुए कार्रवाई की मांग की। एसीबी को शिकायतकर्ता ने बताया कि झगड़े के मामले में एक अन्य व्यक्ति ने आनंद गार्डन पुलिस चौकी में उसके खिलाफ शिकायत दी थी। इस मामले में हेड कांस्टेबल नरेंद्र को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया था।
शिकायतकर्ता ने एसीबी को बताया कि मुख्य सिपाही नरेंद्र ने उसका समझौता कराने की बात कहते हुए 10 हजार रुपए मांग रहा है। समझौता नहीं करने पर उसके खिलाफ केस दर्ज करने की बात कही। हेड कांस्टेबल ने मामले में समझौता कराने की बात कहते हुए संबंधित व्यक्ति से पहले ही चार हजार रुपए ले लिए। शिकायत मिलने पर एसीबी टीम ने व्यक्ति को 10 हजार रुपए की रिश्वत देने के लिए मुख्य सिपाही नरेंद्र के पास भेजा। जब व्यक्ति से मुख्य सिपाही ने 10 हजार रुपए रिश्वत के लिए पकड़े तो एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।