Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 25 Jun, 2025 02:45 PM

मुठभेड़ के बाद अपराध शाखा मानेसर के हत्थे चढ़ा बदमाश कौशल जोनियावास दो दर्जन से ज्यादा संगीन वारदातों में संलिप्त रहा है। पुलिस प्रवक्ता एएसआई संदीप की मानें तो कौशल जोनियावास पर हत्या के दो, हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं के तहत करीब दो दर्जन...
गुड़गांव, (ब्यूरो): मुठभेड़ के बाद अपराध शाखा मानेसर के हत्थे चढ़ा बदमाश कौशल जोनियावास दो दर्जन से ज्यादा संगीन वारदातों में संलिप्त रहा है। पुलिस प्रवक्ता एएसआई संदीप की मानें तो कौशल जोनियावास पर हत्या के दो, हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं के तहत करीब दो दर्जन मामले दर्ज हैं। जिस वक्त अपराध शाखा और कौशल जोनियावास के बीच मुठभेड़ हुई उस वक्त भी आरोपी अपने साथियों के साथ मिलकर ट्रक लूटने की योजना बना रहा था।
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एएसआई संदीप ने बताया कि पुलिस ने दो अपराधियों को हथियार के साथ पकड़ा था। इन्हें पकड़ने के बाद जब पूछताछ की गई तो पता लगा कि इनके दो साथी गांव हेड़ाहेड़ी में मौजूद हैं जो अन्य साथियों के साथ मिलकर एक लूट की योजना बना रहे हैं। इस पर पुलिस ने गांव हेड़ाहेड़ी में पहुंचकर रेड की और दो अन्य अपराधियों को काबू किया तो सामने आया कि वह बदमाश कौशल के साथ हैं और देर रात को ही उन्होंने एक वारदात को अंजाम देना है। इन सभी से पूछताछ करने के बाद पुलिस को पता लगा कि कौशल पचगांव के पास एक मकान में अपने साथी के साथ मौजूद है और वह वारदात को अंजाम देने की पूरी प्लानिंग कर रहा है। जब अपराध शाखा मानेसर पचगांव के पास बताए गए स्थान पर पहुंची तो एक कमरे से कौशल की किसी से बात करने की आवाज आ रही थी। इस पर पुलिस ने उसे सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उसने सरेंडर करने की बजाय पुलिस पर ही फायरिंग कर दी।
एएसआई संदीप ने बताया कि कौशल ने पुलिस पर सात राउंड फायर किए। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने एक हवाई फायर किया जबकि दूसरा कौशल की तरफ फायर किया जिसमें गोली कौशल के पैर में जा लगी। इस पर वह नीचे गिर गया और पुलिस ने उसे साथी सहित काबू कर लिया। घायल को तुरंत ही सेक्टर-10 सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस की मानें तो साल 2021 में भी कौशल ने एक ठेकेदार का अपहरण कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। जब आरोपी कौशल को पुलिस पकड़ने गई थी तो उसने अपराध शाखा फर्रूखनगर पर भी गोलियां चलाई थी। इस दौरान भी पुलिस ने कौशल के पैर में गोली मारी थी और उसे काबू किया था। अस्पताल से छुट्टी होने के बाद उसे जेल भेज दिया गया। एक बार फिर जेल से बाहर आकर वह आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया। अब मुठभेड़ में घायल होने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल से छुट्टी मिलते ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।