Edited By Manisha rana, Updated: 25 Jun, 2025 10:11 AM

1 फरवरी 2002 को यमुनानगर के कांसापुर में जन्मे रोमिल वोहरा महज 22 साल की उम्र में ही अपराध की दुनिया में एक बड़ा नाम हो चुका था।
हरियाणा डेस्क: 1 फरवरी 2002 को यमुनानगर के कांसापुर में जन्मे रोमिल वोहरा महज 22 साल की उम्र में ही अपराध की दुनिया में एक बड़ा नाम हो चुका था। हरियाणा पुलिस ने रोमिल वोहरा पता बताने के लिए ₹3 लाख का इनाम रखा था लेकिन 24 जून मंगलवार STF की टीम ने मुठभेड़ के दौरान मार दिया। रोमिल वोहरा अपने मां बाप की इकलौती संतान थी। रोमिल यमुनानगर के खालसा कॉलेज से बीए की डिग्री हासिल कर चुका था। उसके माता-पिता, कपिल वोहरा और मां, 120 बी के तहत जेल में बंद हैं। रोमिल परिवार का इकलौता बेटा था। बीए करने के बाद वह गैंगस्टर नोनी राणा के संपर्क में आ गया। पिता कपिल वोहरा और मां पहले 120 बी के तहत जेल में है।

गैंगस्टर काला राणा गिरोह के गुर्गे भानू राणा की पोस्ट वायरल
वहीं गैंगस्टर काला राणा गिरोह के गुर्गे भानू राणा की एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें उसने तीन लाख के इनामी रोमिल वोहरा के एनकाउंटर पर सवाल उठाया है। उन्होंने पोस्ट में लिखा है कि जिसे दो दिन पहले पकड़ा, उसे अब मार गिराया, सभी से बदला लिया जाएगा, फिर चाहे पुलिसकर्मियों को मारना पड़े या फिर पुलिस के मददगारों को। हमारी दुनिया में मौत का बदला मौत होता है, इसलिए भाई रोमिल को मारने वालों अब अलर्ट हो जाओ, इसका बदला जरूर लिया जाएगा। इस फर्जी एनकाउंटर में पुलिस की मदद करने वाला फिर कोई भी क्यों न हो, चाहे एक को मारना पड़े या फिर 10 ही भले क्यों न हों...। यह किसी सोशल मीडिया एप पर लगाया स्टेट्स लग रहा है, जिसके अंत में रिप रोमिल वोहरा भाई..., काला राणा गिरोह... और अंत में भानू राणा गिरोह लिखा है।
आपराधिक गतिविधियों की शुरुआत
नवंबर 2024 में यमुनानगर के गांधीनगर थाने में फायरिंग के मामले में उसके खिलाफ पहला मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बाद उसके खिलाफ खेडी लक्खा ट्रिपल मर्डर, शराब कारोबारी शांतनु की हत्या सहित कुल आठ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हुए। इन मामलों में फायरिंग, अवैध हथियार सप्लाई, हत्या की साजिश और संगठित अपराध शामिल थे। वह लंबे समय से फरार था और STF की प्राथमिक सूची में वांछित अपराधियों में शामिल था। 26 दिसंबर 2024 को यमुनानगर जिले के रादौर कस्बे के खेडी लक्खा ट्रिपल मर्डर मामले में सबसे पहले उसका नाम उभरकर सामने आता है। जिसमें तीन युवकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की जाती है जिसमें दो की मौके पर ही मौत हो जाती है, जबकि एक इलाज के दौरान दम तोड़ देता है। 15 मई 2025 को यमुनानगर जिले के बिलासपुर कस्बे में इमीग्रेशन सेंटर में फायरिंग में रोमिल वोहरा शामिल था। उसी दिन शाम को वह पंजाबी सिंगर पिंकी धालीवाल के घर पर भी फायरिंग करता है। 13 जून 2025 को शाहाबाद में शराब कारोबारी शांतनु की हत्या में भी वह वांछित था।
एनकाउंटर से पहले की घटनाएं
फायरिंग, हत्या और फिरौती के मामलों में रोमिल वोहरा का नाम आता गया पुलिस उसे पर इनाम रखती गई और इनाम बढ़ाती चली गई। 23 जून की रात STF को सूचना मिली कि रोमिल गुरुग्राम, फरीदाबाद, दिल्ली और उत्तरी हरियाणा में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इसके बाद पुलिस ने एनकाउंटर कर उसे ढेर कर दिया।
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