Edited By Isha, Updated: 21 Aug, 2019 11:03 AM
शहर में दूषित पेयजल सप्लाई को ठीक करवाने के लिए शहर के पार्षद तक अधिकारियों से गुहार लगा चुके थे। इसके बावजूद शहर की यह समस्या दूर नहीं हो रही थी और विभागीय अधिकारी व कर्मचारी भी इस दिशा में कोई काम नहीं कर रहे थे।
भिवानी: शहर में दूषित पेयजल सप्लाई को ठीक करवाने के लिए शहर के पार्षद तक अधिकारियों से गुहार लगा चुके थे। इसके बावजूद शहर की यह समस्या दूर नहीं हो रही थी और विभागीय अधिकारी व कर्मचारी भी इस दिशा में कोई काम नहीं कर रहे थे। इस बात को ध्यान में रखते हुए शहर के समाजसेवी और राष्ट्रपति पुरस्कार अवार्डी अशोक भारद्वाज ने इस समस्या के बारे में सी.एम. को ट्विटर कर दिया। उनकी इस समस्या पर सी.एम. कार्यालय से यहां के अधिकारियों के पास फोन आने शुरू हो गए। वहां से फोन आने के बाद यहां के पब्लिक हैल्थ के कर्मचारियों की आंखें खुली और वे पिछले 10 दिन से शहर में दूषित पानी की सप्लाई की समस्या को दूर करने में लगे हुए हैं।
मगर अभी तक यह काम पूरा नहीं हुआ है। यहां बता दें कि अक्सर लोगों को बिजली-पानी जैसी मूलभूत जरूरतें समय पर पूरी न होने से परेशानी का सामना करना पड़ता है। ये परेशानी उस समय और बढ़ जाती हैं, जब संबंधित अधिकारी सुनवाई नहीं करते। ऐसे में सोशल मीडिया बिना सुनवाई के भी समाधान का जरिया बना है। इसका ताजा उदाहरण भिवानी में देखने को मिला है। इसका कारण यह है कि शहर के कई क्षेत्रों में पिछले काफी दिनों से बहुत से लोग सीवरेज की लीकेज के चलते अपने घरों में गंदे पेयजल की सप्लाई से खासे परेशान थे। ये लोग बार-बार अधिकारियों के चक्कर काटकर थक चुके थे।
दूसरी ओर, शहर के खासकर हनुमान ढाणी, पीपली वाली जोहड़ी, हनुमान गेट, ढाणी चेजाराम, हालु मोहल्ला सहित शहर के पुराने हिस्से में कभी पीला तो कभी काला पानी की सप्लाई होने से इन क्षेत्रों के लोग काफी परेशान हो चुके थे। इसके बावजूद विभाग द्वारा इस समस्या का समाधान तो दूर अधिकारियों द्वारा सुनवाई न होने पर लोग और ज्यादा परेशान हो गए। इस बात को ध्यान में रखते हुए समाजसेवी और राष्ट्रपति पुरस्कार अवार्डी अशोक भारद्वाज ने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए सी.एम. व सी.एम.ओ. को ट्वीट किया। इसलिए कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि निश्चित तौर पर आधुनिक युग में सोशल मीडिया का सही प्रयोग और सरकार की तत्परता लोगों की समस्याओं के समाधान का बहुत बड़ा हथियार बन चुका है। जरूरत है तो सही समय पर इसके सही प्रयोग की।