Edited By Deepak Kumar, Updated: 29 Jun, 2025 05:29 PM

यमुनानगर जिले में बीती रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण नकटी नदी एक बार फिर उफान पर आ गई है। नदी के ओवरफ्लो होते ही साढोरा क्षेत्र के खेतों और निचले इलाकों में पानी भर गया, जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है और स्थानीय लोगों को भी काफी...
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता) : यमुनानगर जिले में बीती रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण नकटी नदी एक बार फिर उफान पर आ गई है। नदी के ओवरफ्लो होते ही साढोरा क्षेत्र के खेतों और निचले इलाकों में पानी भर गया, जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है और स्थानीय लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कम क्षमता की नदी, हर बार मानसून में आफत
स्थानीय लोगों का कहना है कि नकटी नदी की जल वहन क्षमता बेहद कम है, जिस कारण थोड़ी सी बारिश में ही यह नदी उफान पर आ जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि हर साल मानसून में यही स्थिति उत्पन्न होती है, लेकिन अब तक प्रशासन ने कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला है।
बारिश का पानी खेतों में भर गया है, जिससे धान की फसल लगाने में देरी हो रही है। कई अन्य फसलें पहले ही जलमग्न होकर खराब हो चुकी हैं। साथ ही, क्षेत्र के कई रास्तों पर पानी भर जाने के कारण आवागमन भी प्रभावित हुआ है। लोग पैदल निकलने में असमर्थ हैं और स्कूली बच्चों व दफ्तर जाने वालों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का प्रशासन पर आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने कई बार इस समस्या की शिकायत संबंधित अधिकारियों से की, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उनका कहना है कि यदि नकटी नदी की सफाई और गहराई पर ध्यान दिया जाए, तो इस तरह की स्थिति से बचा जा सकता है। जल निकासी की व्यवस्था बेहतर करने की ज़रूरत है, ताकि बाढ़ जैसे हालात पैदा न हों।
स्थायी समाधान की मांग
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से जल्द से जल्द स्थायी समाधान की मांग की है। उनका कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है। प्रशासन की लापरवाही और अनदेखी की वजह से अब न सिर्फ फसलें, बल्कि लोगों के घर और जीवन भी खतरे में पड़ गए हैं।
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