Edited By Manisha rana, Updated: 29 May, 2020 02:16 PM
हरियाणा के झज्जर जिले में सीएसडी कैंटीन के बाहर उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब टोकन न मिलने से नाराज वहां पहुंचे...
रोहतक (प्रवीण धनखड़) : हरियाणा के झज्जर जिले में सीएसडी कैंटीन के बाहर उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब टोकन न मिलने से नाराज वहां पहुंचे पूर्व सैनिकों व उनके परिजनों ने कड़े तेवरों में अपना आक्रोष जाहिर किया। सैकड़ों की संख्या में पूर्व सैनिक यहां जमा हुए थे। हांलाकि प्रबंधन की मानें तो योजना मुताबिक रोज सौ पूर्व सैनिकों को सामान के लिए टोकन दिए जाने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए पांच टेलीफोन लाईनें भी प्रबन्धन द्वारा शुरू कर रखी है। जिस बारे में पूर्व सैनिकों को पता भी है। लेकिन फिर भी न जाने इतनी संख्या में पूर्व सैनिक कैसे सामान लेने पहुंंच गए।
सैकड़ों की संख्या में पूर्व सैनिकों के यहां पहुंचने पर सीएसडी कैंटीन प्रबन्धन में व्यवस्था बनाने के लिए अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। इस दौरान वहां जमा हुए सैकड़ों की संख्या में पूर्व सैनिकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। मामला बढ़ता देख सीएसडी कैंटीन प्रबंधन को मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी। हांलाकि पुलिस के बुलाने पर थोड़ी व्यवस्था तो शुरू हुई, लेकिन पुलिस मौजूदगी में सोशल डिसटेंस की धज्जियां जरूर उड़ती रही।
इस दौरान वहां हंगामा कर रहे पूर्व सैनिकों ने प्रबंधन पर टोकन देने व सामान वितरण में अपनों को तवज्जों दिए जाने की बात कहीं। उनका कहना था कि जान बूझकर सीएसडी प्रबंधन उन्हें परेशान कर रहा है। उधर इस मामले मेें सीएसडी कैंटीन के मैनेजर सुरेश कलारिया का कहना था कि व्यवस्था बनाने के लिए प्रबन्धन द्वारा रोस्टर प्रणाली शुरू की गई है। इसके लिए कैंटीन में पांच टेलीफोन भी लगाए गए है और उन्हें पूर्व सैनिकों के यहां शेयर भी कर रखा है। पहले दिन फोन पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद अगले रोज टोकन दिए जाते है। एक दिन में केवल सौ पूर्व सैनिकों को ही टोकन दिए जाने का प्रावधान है। एक जून से यह व्यवस्था प्रबंधन बढ़ाकर 125 करने वाला है। उनका कहना था कि प्रबंधन का प्रयास यहीं है कि व्यवस्था बनी रहे और किसी को भी कोई परेशानी न हो पाए।