Edited By Shivam, Updated: 16 Sep, 2019 07:22 PM
सोहना में आवारा कुतों के आंतक से लोग परेशान हो गए हैं। आए दिन आवारा कुत्ते किसी ने किसी को अपना शिकार बना रहे हैं। ताजे मामले में एक आवारा कुत्ता झुग्गी के अंदर सो रही एक माह की बच्ची को उठा ले गया।
सोहना(सतीश) : सोहना में आवारा कुतों के आंतक से लोग परेशान हो गए हैं। आए दिन आवारा कुत्ते किसी ने किसी को अपना शिकार बना रहे हैं। ताजे मामले में एक आवारा कुत्ता झुग्गी के अंदर सो रही एक माह की बच्ची को उठा ले गया। परिजनों को जैसे ही बच्ची की चीख सुनाई थी तो उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद बच्ची को कुत्ते के चंगुल से छुड़ाया। इससे बच्ची घायल हो गई।
परिजन घायल बच्ची को उपचार के लिए सोहना के नागरिक अस्पताल में ले आए, जहां पर चिकित्सकों के अभाव के चलते घायल लहूलुहान बच्ची को गुरुग्राम रैफर कर दिया गया। घायल बच्ची फिलहाल दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। आवारा कुत्ते ने झुग्गी में सोई बच्ची को तब उठाया जब बच्ची की मां खाना बना रही थी और पिता खाना खा रहा था।
उसी समय पहले से घात लगाए बैठा एक अवारे कुत्ते ने सोती हुई एक माह की बच्ची को उठा लिया। जैसे ही परिजनों को बच्ची की चीख सुनाई थी तो परिजन ने देखा कि कुत्ता बच्ची को मुंह में भरकर ले जा है। इसके बाद परिजनों ने किसी तरह से बच्ची को कुत्ते के चंगुल से छुड़ाया। सोहना नगर परिषद में आवारा कुत्ते व बंदरो का काफी आतंक है।
इसको लेकर परिषद प्रसासन कई बार आवारा कुत्तो व बंदरो को पकडऩे के लिए बजट को जरूर दर्शाती है, लेकिन बंदर व आवारा कुत्तों को पकडऩे का बजट सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह जाता है। कस्बा के मौजिज समाज सेवी लोगों ने परिषद को आवारा कुत्ते व बंदरो को पकडऩे तक कि लिखित शिकायत भी दी है, लेकिन इन शिकायतों को रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया।
इसका हरजाना सोहनावासियों को भुगतना पड़ रहा है। बच्चों को आवारा कुत्ते उठा कर ले जा रहे हैं। वही सरकारी अस्पताल में कुत्ते व बंदर काटे जाने के इंजेक्शन तक उपलब्ध नही है। इससे लोगों को और भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विषय को लेकर जब एसडीएम ने कहा कि नगर परिषद को आवारा कुत्तों व बंदरो के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए जा चुके है। उन्होंने कहा कि जीव जंतु कल्याण बोर्ड को भी आवारा कुत्ते व बंदरो पर कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए जाएंगे।