Edited By Isha, Updated: 12 Jan, 2020 10:29 AM
अब भिवानी सामान्य अस्पताल में ही ब्लड के सभी कम्पोनैंट को अलग करने की व्यवस्था होगी और मरीजों को इसका सीधा फायदा होगा। सबसे बड़ा बैनीफिट यह होगा कि मरीजों को ब्लड के जिस कम्पोनैंट
भिवानी(ब्यूरो): अब भिवानी सामान्य अस्पताल में ही ब्लड के सभी कम्पोनैंट को अलग करने की व्यवस्था होगी और मरीजों को इसका सीधा फायदा होगा। सबसे बड़ा बैनीफिट यह होगा कि मरीजों को ब्लड के जिस कम्पोनैंट की जरूरत होगी वह ही दिया जा सकेगा कि न कि पूरा ही ब्लड दिया जाए। इसका एक और बड़ा फायदा यह होगा कि एक यूनिट ब्लड से 3 मरीजों को रक्त कम्पोनैंट की पूॢत हो सकती है। इसके लिए ब्लड बैंक में 2 ब्लड कम्पोनैंट सप्रेशन की नई मशीनें आई हैं इन्हें जल्द ही इंस्टॉल कर शुरू किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के पी.एम.ओ. रघुवीर शांडिल्य ने बताया कि मानव के रक्त में प्लाज्मा प्लैटलेट्स, पैक्ट रेड ब्लड सेल्स सिरम आर.बी.सी. नाम के कम्पोनैंट होते हैं, जिनसे खून की एक यूनिट से 3 रोगियों की जान बचाई जा सकती है। अब तक सामान्य अस्पताल में सिर्फ वैकल्पिक व्यवस्था के तहत ही कार्य चल रहा था। यानी किसी मरीज को प्लैटलेट की जरूरत है तो उसे फेस ब्लड दे दिया जाता था। अन्य केसों जैसे प्लाज्मा रेड ब्लड सेल्स, सीरम, आर.सी.बी. की जरूरत पर भी पूरा वल्र्ड चढ़ाया जाता था।
ऐसे में ब्लड की एक यूनिट जो 3 मरीजों के काम आ सकती थी उसे एक ही मरीज को चढ़ाया जाता था, इतना ही नहीं मरीज के शरीर में भी जिस कंप्लैंट की आवश्यकता रहती है इसके अलावा भी अन्य कम्पोनैंट ब्लड के रूप में दिए जाते थे, मगर अब ऐसा नहीं होगा। इसके लिए सामान्य अस्पताल में 2 ब्लड कंपोनैंट सप्रेशन मशीन आई है। भिवानी अस्पताल में स्थित ब्लड बैंक को जिला स्तर का रक्त कोष विभाग बनाने की तैयारी चल रही है।
सरकारी अस्पताल में दाखिल मरीजों को ब्लड की जरूरत पडऩे पर ब्लड बैंक से नि:शुल्क रक्त दिया जाता है, जबकि प्राइवेट अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए रक्त की जरूरत पडऩे पर 1050 की फीस निर्धारित की गई है तथा इन अलग कम्पोनैंटों को रखने के लिए सामान्य अस्पताल में 3 अलग-अलग फ्रिजों में इसे रखा जाएगा। भिवानी सामान्य अस्पताल के ब्लड बैंक को अब जिला स्तर का ब्लड बैंक बनाने की तैयारी विभाग में शुरू हो गई।