Edited By Naveen Dalal, Updated: 18 Jul, 2019 07:23 PM
प्रदेश में सरकार ने कॉलेजो और विश्वविद्यालयों में विभिन्न कोर्सो की फीस में बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी को लेकर प्रदेश में लगातार अभिभावकों और संघटनो का विरोध प्रदर्शन हो रहा है, इसी के चलते गोहाना में भी कई संगठनों ने मिलकर शहर के कई जगहों पर विरोध...
गोहाना (सुनील जिंदल): प्रदेश में सरकार ने कॉलेजो और विश्वविद्यालयों में विभिन्न कोर्सो की फीस में बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी को लेकर प्रदेश में लगातार अभिभावकों और संघटनो का विरोध प्रदर्शन हो रहा है, इसी के चलते गोहाना में भी कई संगठनों ने मिलकर शहर के कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया है। जिसके तहत सरकार से फीस बढ़ोतरी को वापिस लेने की मांग कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि गांव और शहरों के लाखों गरीब पिछड़े और दलित परिवारों के बच्चे उच्च शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। फीस बढ़ोतरी को वापिस लेने के लिए 15 जुलाई को रोहतक एमडीयू में पहुंचे मुख्यमंत्री ने ज्ञापन लेने से मना कर दिया। मांग मानने की बजाय सरकार द्वारा छात्रों पर लाठी की गई। ऐसा ही मामला सोनीपत में सामने आया सोनीपत में निजी स्कूलों में 158 ए लागु करवाने के लिए आंदोलनरत अभिभावकों को गिरफ्तार कर उन्हें पलिस हिरासत में कठोर यातना दी गई।
पुलिस की घोर हिंसा व निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावक जब मुख्यमंत्री के मिलने की कोशिश की तो उन्हें बिच रास्ते में रोक उनपर पुलिस द्वारा लाठिया बरसाई गई। इस पर सामाजिक संघठनो ने विरोध करते हुए फ़ीस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग व रोहतक व् सोनीपत में बनाये गए झूठे मुकदमे वापस लेने की मांग की। सरकार दवारा घायलों का पूरा सरकारी इलाज व गंभीर घायलों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की मांग की गई।