Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 21 Jun, 2018 04:42 PM
इंद्री के गांव खानपुर में एक किसान के घर पले बढ़े हुए मनप्रीत सिंह ने फ्लाइंग कमांडर बनकर अपने पिता के सपने को साकार किया है। मनप्रीत के फ्लाइंग कमांडर बनने की खबर आते ही गांव में खुशी का माहौल है। लोगों ने मनप्रीत के परिजनों को बधाई दी और देश सेवा...
इंद्री (मैनपाल): इंद्री के गांव खानपुर में एक किसान के घर पले बढ़े हुए मनप्रीत सिंह ने फ्लाइंग कमांडर बनकर अपने पिता के सपने को साकार किया है। मनप्रीत के फ्लाइंग कमांडर बनने की खबर आते ही गांव में खुशी का माहौल है। लोगों ने मनप्रीत के परिजनों को बधाई दी और देश सेवा में आगे बढ़ते रहने का आशीर्वाद दिया। मनप्रीत सिंह ने बताया कि वह साधारण किसान के परिवार में पैदा हुए हैं। उनके पिता रघुवीर सिंह का सपना था कि वह सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करें। मनप्रीत ने कहा कि मैं किसी कारणवश सेना में भर्ती तो नहीं हो सका लेकिन उन्होंने मुझे इस लायक बना दिया कि मैं भारत मां की सेवा के लिए फ्लाइंग कमांडर बन गया।
मनप्रीत ने बताया कि उनकी पढ़ाई गांव के चौधरी भरत सिंह स्कूल से हुई तथा उसके बाद गीता निकेतन स्कूल कुरुक्षेत्र में शिक्षा ग्रहण कर जगाधरी से हरियाणा सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर विभिन्न प्रतियोगिताओं के दौर से गुजरने के बाद गत दिवस उसका चयन एयर फोर्स में फ्लाइंग कमांडर के रूप में हो गया। उन्होंने कहा कि युवाओं को देश की सेवा में हमेशा तत्पर रहने का जज्बा लेकर चलना चाहिए। पहले देश अौर बाद में हमारा समाज है।
मनप्रीत के ताऊ पूर्व अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि उसका पुत्र आदित्य चौहान पहले ही नेवी में लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात है। उसके मार्गदर्शन व परिवार के लोगों की सेना में सेवा करने की भावना को देखते हुए मनप्रीत भी फ्लाइंग कमांडर बन गया। उन्होंने बताया कि गांव में जन्मे मनप्रीत ने अपने भाई वह रिश्तेदारों के पदचिन्हों पर चलते हुए देश की सेवा का रास्ता चुना है जो सराहनीय है। युवाओं को देश व समाज की सेवा में आगे बढ़ने के लक्ष्य को प्राथमिकता से रखना चाहिए। भारत माता की सुरक्षा हर देशवासी का कर्तव्य बनता है।