Edited By Yakeen Kumar, Updated: 23 Apr, 2025 09:15 PM

भारत और नेपाल के बीच कई ऐसे प्रोजैक्ट्स को लेकर एम.ओ.यू. साइन हुए हैं जिसके आने वाले दिनों में सार्थक परिणाम नजर आ सकते हैं। अपने दो दिवसीय नेपाल दौरे के दौरान बुधवार को केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नेपाल के प्रधानमंत्री...
चंडीगढ़: (संजय अरोड़ा) : भारत और नेपाल के बीच कई ऐसे प्रोजैक्ट्स को लेकर एम.ओ.यू. साइन हुए हैं जिसके आने वाले दिनों में सार्थक परिणाम नजर आ सकते हैं। अपने दो दिवसीय नेपाल दौरे के दौरान बुधवार को केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली से मुलाकात की। इस मुलाकात के तहत जहां दोनों पड़ोसी देशों के बीच कई परियोजनाओं को लेकर चर्चा हुई तो कई अहम प्रोजैक्ट्स पर सहमति की भी मुहर जड़ी, क्योंकि केंद्रीय मंत्री खट्टर देश में नई तकनीकी के इस्तेमाल व कई प्रोजैक्ट्स की जानकारी लेने के मकसद से अपने दो दिवसीय नेपाल दौरे पर हैं।
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नेपाल स्थित हिंदू मंदिरों के साथ साथ विश्व प्रसिद्ध पशुपति नाथ मंदिर के भी दर्शन किए। उधर, नेपाल सरकार ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ हुए एम.ओ.यू. के संदर्भ में उनका आभार जताते हुए कहा है कि यह समझौता ऊर्जा सुरक्षा और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी की ओर हमारी सांझा यात्रा में एक नए अध्याय की शुरुआत को चिह्नित करता है और इससे दोनों देशों के नागरिकों को लाभ हासिल होंगे।
नेपाल के पी.एम. के साथ चर्चा में नजर आया खट्टर का भारत विकास विजन
गौरतलब है कि केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान मंगलवार को पड़ोसी देश नेपाल में पहुंचे थे। बीते दिवस भी उन्होंने विकासकारी परियोजनाओं के संदर्भ में नेपाल सरकार के मंत्रियों एवं अधिकारियों से मुलाकात की तो बुधवार को भी वहां के सिंघा दरबार में प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली से मिले। इस मुलाकात के दौरान खट्टर का समूल फोकस भारत में विकासकारी परियोजनाओं पर रहा और इसे लेकर ही उन्होंने दोनों देशों के हितार्थ एक सांझा पत्र पर हस्ताक्षर किए। यह बैठक दोनों पड़ोसी देशों के बीच अनुकूल और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से एक उत्पादक चर्चा थी, जिसमें ऊर्जा क्षेत्र और सहयोग के अन्य क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया। दोनों नेताओं के बीच इस चर्चा ने ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ते सहयोग पर प्रकाश डाला तथा दोनों पक्षों ने इस सांझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी सांझा प्रतिबद्धता व्यक्त की। नेपाल प्रवास के दौरान खट्टर ने हालिया अरुण-3 हाइड्रो पावर प्रोजैक्ट का भी मुआयना किया और जानकारी जुटाई।
इस सांझा पत्र के संदर्भ में नेपाल के बिजली मंत्री दीपक खडक़ा ने जानकारी देते हुए कहा कि यह यात्रा वास्तव में एक समृद्ध अनुभव थी, और मैं अपने राष्ट्रों के बीच दोस्ती के बंधन को गहरा करने के अवसर के लिए आभारी हूं। उन्होंने कहा कि मैं भारत सरकार के साथ निरंतर सहयोग और सहयोग के लिए तत्पर हूं, क्योंकि हमारी सांझेदारी आने वाले वर्षों में फलने-फूलने का वादा करती है। साथ में, हम उन संबंधों को मजबूत करेंगे जो हमारे लोगों को एकजुट करते हैं और हमारे द्विपक्षीय संबंधों में अधिक से अधिक अच्छे में योगदान करते हैं
केंद्रीय मंत्री ने मंदिरों में नवाया शीश, मंदिर में लगाया पौधा
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इन विकासकारी परियोजनाओं पर चर्चा करने और एम.ओ.यू. साइन करने के बाद नेपाल स्थित मुक्तिनाथ मंदिर व विश्व प्रसिद्ध पशुपति नाथ मंदिर भी जाकर शीश नवाया और मंगलकामना की। इस संदर्भ में उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि ‘आज, मुझे श्रद्धेय मुक्तिनाथ मंदिर में जाने का सम्मान मिला। नेपाल के केंद्र में स्थित मुक्तिनाथ मुक्ति का प्रतीक है, जहां दोनों धर्म दिव्य का सम्मान करने के लिए एक साथ आते हैं। हिंदुओं के लिए यह भगवान विष्णु का पवित्र मंदिर है जबकि बौद्धों के लिए, यह अवलोकाइटवारा का एक महत्वपूर्ण मंदिर है’।
इसके साथ ही उन्होंने पशुपति नाथ मंदिर में दर्शन के संदर्भ में शेयर की पोस्ट में लिखा कि ‘आज भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन से जीवन धन्य हो गया। इस दौरान नेपाल वासियों की आत्मीयता और उत्साह ने हृदय को अभिभूत कर दिया। विश्व पृथ्वी दिवस के पावन अवसर पर मंदिर परिसर में पौधा भी रोपा। पेड़-पौधे जीवन का आधार होने के साथ पृथ्वी की समृद्धि के प्रतीक भी हैं। आप भी धरती को हरा-भरा व सुंदर बनाने के लिए पौधरोपण अवश्य करें। भगवान पशुपतिनाथ सबका मंगल और कल्याण करें, यही प्रार्थना है।’
दो देशों के बीच हुआ है ऐतिहासिक समझौता: खट्टर
केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मुझे नेपाल-भारत ऊर्जा सहयोग में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि हमारे दो देशों के बीच दो क्रॉस-बॉर्डर ट्रांसमिशन लाइनों के निर्माण के लिए एक ऐतिहासिक समझौते पर 400 के.वी. की क्षमता के साथ हस्ताक्षर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसे लेकर दोनों देशों के बीच एक सांझे पत्र पर साइन हो गए हैं।