Edited By vinod kumar, Updated: 30 Mar, 2020 11:13 AM
केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों को लॉकडाउन को सख्ती से पालन करने के निर्देश के बाद हरियाणा में भी इसका असर सोमवार को दिखाई दिया। जहां पिछले पांच दिनों से हरियाणा की सड़कों पर प्रवासी मजदूरों का रेला नजर आ रहा था, वह सोमवार को नहीं दिखा।
यमुनानगर(सुमित): केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों को लॉकडाउन को सख्ती से पालन करने के निर्देश के बाद हरियाणा में भी इसका असर सोमवार को दिखाई दिया। जहां पिछले पांच दिनों से हरियाणा की सड़कों पर प्रवासी मजदूरों का रेला नजर आ रहा था, वह सोमवार को नहीं दिखा।
सड़कें पूरी तरह सुनसान रही। हर जिले की सीमा पर पुलिस ने सख्त पहरा बढ़ा दिया है। खासकर दिल्ली से सटे गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर जिले में पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेड्स करके रास्ते बंद कर दिए हैं। प्रवासी मजदूरों को शैल्टर होम में ठहराया जा रहा है।
गुरुग्राम में नगर निगम ने 23 शैल्टर होम बनाए
नगर निगम गुरुग्राम ने पूरे शहर में 23 शैल्टर होम बनाए हैं। यहां रविवार शाम से मजदूर रुक भी रहे हैं। इन शैल्टर होम में मजदूरों के रूकने, खाने, चाय आदि की पूरी व्यवस्था की गई है। पुलिसकर्मी इन शैल्टर होम पर तैनात हैं। इसके साथ-साथ सड़क पर से गुजर रहे प्रवासी मजदूरों को इनमें रोका जा रहा है।
इससे पहले रविवार को भी बड़ी संख्या में गुरुग्राम से लोग यूपी व बिहार के लिए पैदल ही जाते नजर आए थे। पुलिस ने डीएसपी लेवल के अधिकारियों को दिल्ली से लगती सीमाओं पर तैनात कर दिया है। ताकि सख्ताई से इसकी अनुपालना की जा सके।
कोरोना वायरस के भय के माहौल के चलते अलग अलग राज्यों से पैदल और अन्य तरीकों से आ रहे प्रवासी मजदूरों के लिए यमुनानगर से राहत की खबर है।यहां सरकार के दिशा निर्देशों के बाद बड़े-बड़े शैल्टर होम रिलीफ कैंप स्थापित किए हैें। प्रवासी मजदूरों को इन रिलीफ कैंपाें में पूरी सुरक्षा के बीच ठहराया जा रहा है । यहां स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर उनके रहने खाने की सभी व्यवस्था की गई है। बसों की मदद से इन प्रवासी मजदूरों को लाया जा रहा है। इसी व्यवस्था को लेकर देर रात तक डीसी मुकुल कुमार और एसपी यमुनानगर के साथ सभी अधिकारी जुटे रहे।