Edited By Deepak Kumar, Updated: 02 Jul, 2025 05:33 PM

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत देशभर के हर जिले से एक गांव को मॉडल सोलर विलेज के रूप में चुना जाएगा। रेवाड़ी जिले से इस प्रतियोगिता में 14 गांवों का चयन किया गया है।
डेस्कः प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत देशभर के हर जिले से एक गांव को मॉडल सोलर विलेज के रूप में चुना जाएगा। इस योजना के अंतर्गत सोलर एनर्जी के अधिकतम उपयोग में अव्वल रहने वाले गांव को एक करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। रेवाड़ी जिले से इस प्रतियोगिता में 14 गांवों का चयन किया गया है।
अतिरिक्त उपायुक्त (ADC) राहुल मोदी ने जानकारी देते हुए बताया कि सौर ऊर्जा को वैकल्पिक ऊर्जा के रूप में सबसे श्रेष्ठ माना गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2024 में इस योजना की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य आम लोगों को निःशुल्क या बेहद कम लागत में बिजली उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को सरकार की ओर से अनुदान के साथ सोलर पावर सिस्टम उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
ADC राहुल मोदी ने बताया, “बिजली वितरण निगम के सहयोग से जिले के विभिन्न गांवों में घर-घर सोलर संयंत्र लगाए जा रहे हैं। इस योजना के जरिए एक सामान्य परिवार अपने बिजली बिल को शून्य या नाममात्र तक ला सकता है।” प्रतियोगिता की अवधि 26 मई से 26 नवंबर तक निर्धारित की गई है। इस अवधि में जिस गांव में सबसे अधिक सोलर पैनल लगाए जाएंगे और सौर ऊर्जा का समुचित उपयोग होगा, उसे मॉडल सोलर विलेज पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
जिले के चयनित गांव
महेश्वरी, डहीना, अकेड़ा, गोकलगढ़, नंदरामपुर बास, गुरावड़ा, घटाल महनियावास, रामपुरा, जैनाबाद, मनेठी, सीहा, भाकली, कोसली और नाहड़।
इन 14 गांवों में से एक गांव को मॉडल सोलर विलेज के रूप में चुना जाएगा। इसका उद्देश्य अन्य गांवों को भी इस योजना को अपनाने के लिए प्रेरित करना है। सरकार की ओर से अनुसूचित जाति (SC) और पिछड़ा वर्ग (BC) की चौपालों में सोलर पावर सिस्टम लगवाने के लिए पंचायतों को 75 प्रतिशत तक का अनुदान भी दिया जा रहा है। सौर ऊर्जा न केवल घरों की बिजली जरूरतें पूरी कर सकती है, बल्कि खेतों में ट्यूबवेल आदि चलाने में भी बेहद उपयोगी साबित हो रही है।
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