Edited By Shivam, Updated: 06 Mar, 2019 08:51 PM
पीजीआई के डॉक्टर एक बार फिर से विवादों में हैं, डॉक्टरों पर लापरवाही के कारण एक मासूम की जान लेने का आरोप है। परिजनों का कहना है बच्चे को इंजेक्शन का ओवरडोज दिया गया, जिसकी वजह से बच्चे की मौत हो गई। वहीं पुलिस ने कहा कि जांच बोर्ड बना...
रोहतक(दीपक भारद्वाज): पीजीआई के डॉक्टर एक बार फिर से विवादों में हैं, डॉक्टरों पर लापरवाही के कारण एक मासूम की जान लेने का आरोप है। परिजनों का कहना है बच्चे को इंजेक्शन का ओवरडोज दिया गया, जिसकी वजह से बच्चे की मौत हो गई। वहीं पुलिस ने कहा कि जांच बोर्ड बना कर बच्चे का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा और जो भी दोषी होगा उस पर कानूनी कार्रवाई होगी। मृतक तीन बहनों का इकलौता भाई था।
दरअसल, रोहतक के माता दरवाजा चौक की रहने वाली मीना के 3 वर्षीय निर्भया को बुखार की शिकायत के चलते पीजीआई रोहतक में भर्ती करवाया गया था। परिजनों का आरोप है इलाज कर रहे डॉक्टर ने परिजनों के मना करने के बाद भी इंजेक्टन का ओवरडोज दिया, जिसकी वजह से बच्चे की हालत खराब हो गई और उसकी जान चली गई। गुस्साए परिजनों ने रोहतक अनाज मंडी चौक पर जाम लगा दिया।
काफी देर बाद पुलिस ने समझा बुझा कर जाम खुलवा दिया और उचित कार्रवाई की बात कही। पुलिस का कहना था कि बच्चे का पोस्टमॉर्टम बोर्ड बना कर करवाया जाएगा और जो भी दोषी होगी उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।
मृतक के परिजनों ने मांग की थी कि उन्हें 20 लाख रुपए मुआवजा, सरकारी नौकरी और डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। एसडीएम राकेश कुमार ने कहा कि पोस्टमॉर्टम के बाद ही कुछ हो सकता है। इसके बाद परिजन बोर्ड द्वारा पोस्टमॉर्टम किए जाने की बात पर माने और करीब साढ़े 5 घंटे के बाद जाम खोला।