Edited By Deepak Kumar, Updated: 22 Aug, 2025 07:50 PM

हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है, जो 27 अगस्त तक चलेगा। इस बार का सत्र भी बिना नेता प्रतिपक्ष (LoP) के ही संचालित हो रहा है। इससे पहले मार्च में हुआ बजट सत्र भी नेता प्रतिपक्ष के बिना ही संपन्न हुआ था।
चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी) : हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है, जो 27 अगस्त तक चलेगा। इस बार का सत्र भी बिना नेता प्रतिपक्ष (LoP) के ही संचालित हो रहा है। इससे पहले मार्च में हुआ बजट सत्र भी नेता प्रतिपक्ष के बिना ही संपन्न हुआ था।
विधानसभा में कांग्रेस के पास 37 विधायक हैं और संख्याबल के आधार पर नेता प्रतिपक्ष का पद कांग्रेस को ही मिलना तय है। लेकिन कांग्रेस अभी तक अपने विधायक दल के नेता (CLP लीडर) का चयन नहीं कर पाई है। इसकी वजह पार्टी के भीतर जारी गुटबाजी और खींचतान बताई जा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा नेता प्रतिपक्ष पद के प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं, लेकिन उन्हें रणदीप सुरजेवाला और कुमारी शैलजा जैसे वरिष्ठ नेताओं का विरोध झेलना पड़ रहा है। आंतरिक मतभेदों के चलते कांग्रेस अब तक कोई स्पष्ट फैसला नहीं ले पाई है।
नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति न होने के कारण 90 सदस्यीय विधानसभा में एक महत्वपूर्ण संस्थागत स्थान खाली है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 48 सीटें जबकि कांग्रेस ने 37 सीटें जीती थीं। दोनों दलों के बीच वोट शेयर में भी मामूली अंतर रहा भाजपा को 39.94% और कांग्रेस को 39.09% वोट मिले थे।
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