Edited By Isha, Updated: 10 Jul, 2024 09:43 AM
कई लोग विभिन्न तरीकों से समाजसेवा के कार्यों में जुटे हैं ताकि लोगों को होने वाली परेशानियों को काफी हद तक मिलकर दूर किया जा सकें। उनमे से एक नाम समाजसेवी सुशील कश्यप हैं, जिन्होंने घरौंडा के दूर दराज इलाकों में स्वयं के खर्च पर बसों को चलाने का...
घरौंडा: कई लोग विभिन्न तरीकों से समाजसेवा के कार्यों में जुटे हैं ताकि लोगों को होने वाली परेशानियों को काफी हद तक मिलकर दूर किया जा सकें। उनमे से एक नाम समाजसेवी सुशील कश्यप हैं, जिन्होंने घरौंडा के दूर दराज इलाकों में स्वयं के खर्च पर बसों को चलाने का बीड़ा उठाया हैं।
बुधवार को समाजसेवी सुशील कश्यप ने गांव मुड़ोगढ़ी से बस को नारियल फोडक़र व हरी झंडी दिखाकर विधिवत रूप से शुभारंभ किया। इन बसों में महिलाएं, बेटियां नि:शुल्क यात्रा कर सकेंगी, बसें घरौंडा के विभिन्न गांवों से होते करनाल के कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज पर पहुंचेंगी। बुधवार को समाजसेवी सुशील कश्यप का गांव मुड़ोगढ़ी पहुंचने पर ग्रामीणों ने फूल मालाओं के साथ स्वागत किया।
इन रास्तों पर चलेगी बस
समाजसेवी सुशील कश्यप ने बताया की घरौंडा विधान सभा के गांव मुंडोगढ़ी से बहन बेटियों के लिए नि: निशुल्क बस सेवा शुरू की जा रही है,यह बस मुंडो गढ़ी से होते हुए गांव मुंडो गढ़ी से डेरा,सदर पुर पीर बिडोली ,चौरा, केरवाली, अमृतपुर कला, भैणी, कुटैल,रावर व तारपुर से होते हुए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल तक जाएगी। उन्होंने कहा कि समाजसेवा सबसे बड़ी सेवा मानी गई हैं, सभी को समाजसेवा के कार्यों में बढ़चढ़ कर भाग लेना चाहिए। व्यक्ति तो अपनी दिनचर्या से कुछ समय निकालकर समाजिक कार्यों में लगाना चाहिए, उन्होंने कहा कि हमेशा याद रखो कि समाज में जो लोग परेशान है, उनकी मदद करों, इससे आत्मिक सुख का अनुभव होता है।
घरौंडा के कई गांव करनाल शहर से काफी दूरी पर हैं, इन गांवों से शहर तक पहुंचना काफी मुश्किल भरा होता हैं। क्योंकि आवागमन के साधनों की काफी कमी हैं। महिलाएं, छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं, क्योंकि बसों में भीड़ या कमी के चलते छात्राओं को स्कूल, कॉलेजों या संस्थानों में पहुंचने में काफी देरी हो जाती थी, जिससे उनकी पढ़ाई बाधित हो जाती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। महिलाएं व बेटियों की आवागमन की परेशानियों को दूर करने के लिए 2 बसों चलाई हैं, इन बसों में महिलाएं व बेटियां नि:शुल्क सफर कर सकेंगी।
बस में रखी जाएगी महिला परिचालक
सुशील कश्यप ने बताया की बस में महिला परिचालक रखी जाएगी ताकि बहन बेटियों सफर के दौरान कोई परेशानी न हो। इससे एक परिवार को भी रोजगार मिलेगा। सुशील कश्यप ने बताया कि वे लगातार समाजसेवा के कार्यों से जुड़े हुए हैं, उनका मानना है कि समाजसेवा ही सबसे बड़ी सेवा हैं। इसी को परमधर्म मानकर मैं अपने काम में लगा रहता हूं, जितना भी संभव होता हैं, उतना करने का प्रयासरत रहता हूं।
समय-समय पर वह इस प्रकार के सामाजिक कार्य करते रहते हैं। गरीब कन्याओं के विवाह के अतिरिक्त गरीब व असहाय लोगों की मदद करना उनके दिनचर्या का हिस्सा है। हर इंसान को समय-समय पर किसी भी तरह की सेवा करनी चाहिए। इससे ना केवल मन को सुकून मिलता है बल्कि इसी बहाने आप सैकड़ो ऐसे लोगों से परिचित होते हो जिनको आप जानते नहीं। ऐसे में अगर आप उनकी मदद करोगे तो भगवान का आशीर्वाद आप पर हमेशा बना रहेगा।
सुशील कश्यप ने बताया कि अब तक 2 बसों को शुरू किया जा चुका हैं, एक बस ओर जल्द ही शुरू कर दी जाएगी। घरौंडा के दूर दराज उन गांवों में जहां परिवहन की सबसे ज्यादा दिक्कतें हैं। वहां पर बसों को चलाया गया हैं। इन बसों के शुरू होने से महिलाओं, बेटियों को काफी लाभ पहुंचेगा। वे अपने-अपने गांवों से करनाल शहर आकर अपना काम या पढ़ाई कर सकेंगी।
समाजसेवी सुशील कश्यप ने कहा कि बसों को शुरू करने के बाद घरौंडा के हर गांव में आटा चक्की को शुरू करवाया जाएगा, जहां पर कोई भी व्यक्ति नि:शुल्क आटा पिसवा सकेगा। क्योंकि जरुरतमंद इस महंगाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं, मेरा प्रयास है कि मैं इन दिक्कतों में जितना संभव हो सकें, उतनी दूर कर संकू।