Edited By Mohammad Kumail, Updated: 15 Mar, 2023 02:33 PM

हरियाणा के सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को निशुल्क किताबें दी जाती हैं, लेकिन वह किताबें पहला समेस्टर समाप्त होने के बाद मिलती हैं। जिसकी वजह से बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते थे...
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता) : हरियाणा के सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को निशुल्क किताबें दी जाती हैं, लेकिन वह किताबें पहला समेस्टर समाप्त होने के बाद मिलती हैं। जिसकी वजह से बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते थे। पिछले वर्ष यह मामला काफी चर्चा में आने के बाद शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुज्जर ने दावा किया था कि नए सत्र से किताबें पहले दिन बच्चों को मिल जाएगी। अब इस घोषणा पर अमल शुरू हो चुका है। हरियाणा के आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए किताबें विभिन्न जिलों में पहुंच चुकी हैं। यमुनानगर में भी 50000 विद्यार्थियों के लिए किताबों के सेट आ चुके हैं। यमुनानगर जिले के छछरौली में एक सेंटर बनाकर इन किताबों को रखा गया है। वहां से सभी स्कूलों में यह किताबें पहुंचाई जाएंगी।
जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि यमुनानगर जिला में आठवीं कक्षा तक के लिए 50000 किताबों के सेट पहुंच चुके हैं। 1 अप्रैल से पहले पहले सभी बच्चों को यह किताबें मुहैया करवा दी जाएंगी।
सरकारी स्तर पर कहीं ना कहीं खामियां रहती हैं, उन्हें समय-समय पर दूर भी किया जाता रहा है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में बच्चों को किताबें कई-कई महीने लेट मिलती रही है। लेकिन इस बार यह किताबें बच्चों को पहले दिन से मिलने शुरू हो जाएंगी, जिससे वह अपनी पढ़ाई सुचारू रूप से कर पाएंगे।
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