Edited By Saurabh Pal, Updated: 30 Jul, 2023 05:37 PM

जनपद के गांव ककरोई में रविवार को पूर्व डीजीपी शील मधुर पहुंचे। शील मधुर पिछले लंबे समय से देश की आन-बान और शान तिरंगे के सम्मान में 1 दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस घोषित करने की मांग को लेकर अभियान चलाए हुए हैं। इसी अभियान के तहत आज गांव ककरोई में पहुंचे...
सोनीपत(सन्नी मलिक): जनपद के गांव ककरोई में रविवार को पूर्व डीजीपी शील मधुर पहुंचे। शील मधुर पिछले लंबे समय से देश की आन-बान और शान तिरंगे के सम्मान में 1 दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस घोषित करने की मांग को लेकर अभियान चलाए हुए हैं। इसी अभियान के तहत आज गांव ककरोई में पहुंचे थे। जहां ग्रामीणों में उन्होंने तिरंगा वितरित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गांव के चौक पर एक बड़ा तिरंगा लगाया जाए। जिससे लोगों के मन में तिरंगे के प्रति सम्मान बढ़े। वहीं सरकार से एक बार फिर मांग की कि तिरंगे के सम्मान में सरकार को चाहे दिन कोई भी हो, लेकिन एक दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस घोषित जरूर करना चाहिए।
गौरतलब है कि 1985 के बैच के आईपीएस पूर्व डीजीपी शील मधुर ने अपनी सेवाएं पूरी करने बाद से ही इस अभियान में जुट हुए हैं। सील मधुर ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश की आन, बान, शान तिरंगे का सभी को सम्मान करना चाहिए। वहीं तिरंगे के सम्मान में गांव के चौक पर एक बड़ा तिरंगा लगाने की बात भी उन्होंने ग्रामीणों से कही। उन्होंने कहा कि आने वाले बच्चों को तिरंगे के सम्मान का तभी पता चलेगा जब उन्हें तिरंगे के बारे में पूरा ज्ञान होगा। इसीलिए ग्रामीणों को कहा कि वह एक तिरंगा गांव के चौक पर लगाएं, ताकि लोग आते जाते समय तिरंगे को देखकर अपने आप में गौरवांनित महसूस करें। शील मधुर ने एक बार फिर सरकार से मांग की है कि दिन चाहे कोई भी हो, लेकिन एक दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस घोषित करें।
सील मधुर ने कहा कि हमारे देश की आन बान शान तिरंगा है। देशवासी तिरंगे को अपनी जान से भी ज्यादा सम्मान देते हैं, लेकिन तिरंगे के सम्मान में आज तक राष्ट्रीय ध्वज दिवस घोषित नहीं हुआ है। पूरे विश्व के देशों में राष्ट्रीय ध्वज दिवस मनाए जाते हैं। लेकिन भारत देश में आज तक राष्ट्रीय ध्वज दिवस नहीं मनाया जाता। वैसे तो 26 जुलाई 1947 को राष्ट्रीय ध्वज बनाया गया था, लेकिन सरकार को कोई भी एक दिन चिन्हित कर राष्ट्रीय ध्वज दिवस घोषित करना चाहिए। इसी मांग को लेकर उन्होंने अभियान चलाया है। यह अभियान जब तक जारी रहेगा जब तक उनकी यह मांग पूरी नहीं हो जाती है।
वहीं मणिपुर की घटना पर पूर्व डीजीपी शील मधुर ने कहा कि महिलाओं में आत्मविश्वास और जागरूकता के साथ-साथ सेल्फ डिफेंस की भी बहुत ज्यादा जरूरत है। ताकि वह अपनी खुद की रक्षा कर सकें। इसी के साथ-साथ सरकार को भी कड़े कदम उठाने चाहिए। ताकि ऐसी घटनाएं सामने ना हो यह घटना बहुत ही निंदनीय है। जो भी आरोपी हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं एनसीआर में बढ़ते क्राइम पर बोलते हुए पूर्व बीजेपी ने कहा कि इसका कारण हमारी जनता है। जनता में कानून और प्रशासन का डर नहीं है। इन्हें सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि जनता में जागरूकता के साथ-साथ डर भी पैदा हो सके।
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