Edited By Yakeen Kumar, Updated: 11 Aug, 2025 09:35 PM

रोहतक में सोमवार को रखी गई ग्रीवेंस मीटिंग कैबिनेट मंत्री कृष्ण पवार की जगह जिला उपायुक्त धर्मेंद्र ने अध्यक्षता की। इस मीटिंग में एक युवक अपनी शिकायत लेकर पहुँचा था।
रोहतक (दीपक भारद्वाज) : रोहतक में सोमवार को रखी गई ग्रीवेंस मीटिंग कैबिनेट मंत्री कृष्ण पवार की जगह जिला उपायुक्त धर्मेंद्र ने अध्यक्षता की। इस मीटिंग में एक युवक अपनी शिकायत लेकर पहुँचा था। शिकायतकर्ता ने डीसी को बताया कि उसे कोरोना काल से सैलरी नही मिली रही। यह बोलते ही वह फुट-फुटकर रोने लगा। इस पर डीसी ने अधिकरियों द्वारा की गई गलती स्वीकार की है।
पीड़ित व्यक्ति विजय ने बताया कि वह रोहतक की रामलीला पड़ाव कॉलोनी में रहता है। वह कोरोना काल से अधिकारियों के चक्कर काट रहा है लेकिन उसकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। विजय ने बताया कि 15 - 16 साल से पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट में डीसी रेट पर काम करता है। सरकार की नियमों के अनुसार उसे कौशल रोजगार के अधीन करना था लेकिन कुछ अधिकारियों ने उसको मृत दिखाकर कौशल रोजगार योजना से वंचित रखा।
मंदिर-गुरुद्वारों खाना लाकर पालता है परिवार को पेट

विजय ने बताया कि वह काम भी करता रहा लेकिन उसे कोरोना के बाद से ही सैलरी नहीं मिली। जिसको लेकर उसने कई बार अधिकारियों के चक्कर काट चुका है लेकिन कोई समाधान नहीं हो पा रहा। विजय ने बताया कि सैलरी न मिलने से मंदिरों व गुरुद्वारों से खाना लाकर अपने परिवार का पेट पालता रहा है। अधिकारियों के लापरवाही से वह जीवित प्रमाण -पत्र के लिए दर-दर भटक रहा है।
डीसी ने मानी गलती
वहीं ग्रीवेंस मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे जिला उपयुक्त ने माना कि कर्मचारी व अधिकारियों की गलती के कारण विजय को मृत घोषित हुआ था। जिसके कारण उसे कौशल रोजगार में नहीं लिया गया। लेकिन इसके प्रमाण पत्र ठीक कर दिए गए हैं और अब अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इसकी समस्या का जल्दी से जल्दी समाधान किया जाए।
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