Edited By Isha, Updated: 29 May, 2025 06:08 PM

हरियाणा में लगातार बढ़ रहे कोरोना केसों को देखते हुए राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी की है। वर्ष 2025 में दोबारा कोरोना के केस आने के बाद यह पहला मौका है जब प्रदेश सरकार की तरफ से प्रदेश वासियों के लिए गाइडलाइन जारी की है
डेस्क: हरियाणा में लगातार बढ़ रहे कोरोना केसों को देखते हुए राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी की है। वर्ष 2025 में दोबारा कोरोना के केस आने के बाद यह पहला मौका है जब प्रदेश सरकार की तरफ से प्रदेश वासियों के लिए गाइडलाइन जारी की है। साल 2020-21 में आई कोरोना लहर में हरियाणा में 10 लाख से ज्यादा मरीज मिले थे, जिनमें से 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
सबसे ज्यादा मौतें हिसार और गुरुग्राम में ही हुई थी। हिसार में मौतों का आंकड़ा 1189 और गुरुग्राम में 1037 था। तीसरे नंबर पर पानीपत में 679 और भिवानी में 668 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई थी। हरियाणा में मंगलवार रात तक कोरोना के 16 केस सामने आ चुके हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग के निदेशक की तरफ से राज्य के सभी सिविल सर्जनों को जारी की गई गाइड लाइन में कहा गया है कि प्रत्येक अस्पताल में फ्लू कॉर्नर बनाए जाएं। अस्पतालों में बेड, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स व अन्य दवाएं उपलब्ध होनी चाहिए। सरकार ने आगे कहा कि पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट एन-95 मास्क, रिएजेंट किट, वीटीएम आदि मौजूद हों। इमरजेंसी और ओपीडी में मास्क पहनने जैसे संक्रमण रोकथाम व नियंत्रण प्रोटोकॉल का पालन किया जाए। सामाजिक जागरूकता बढ़ाई जाए।
सरकार ने कहा कि घर में आइसोलेट मामलों में खासकर हाई रिस्क वाले लोगों (बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, बच्चे, इम्यूनिटी कमजोर या अन्य बीमारियों वाले) की निगरानी हो। सरकार ने प्रदेश के सभी सिविल सर्जनों को निर्देश जारी किए हैं कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ बैठकों का आयोजन करके तैयारी की जाए।