Edited By Isha, Updated: 19 Dec, 2025 10:50 AM

: विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव मंजूर हो गया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी सरकार के खिलाफ कांग्रेस की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ता
चंडीगढ़: विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव मंजूर हो गया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी सरकार के खिलाफ कांग्रेस की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर करते हुए विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने आज दूसरी पाली में चर्चा का समय निर्धारित किया है। नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सदन में मांग की कि सत्र को एक दिन और बढ़ाया जाए ताकि सभी विधायकों को अपनी बात रखने का पूरा समय मिले।
इस पर विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने सीएम नायब सैनी से पूछा। सीएम की सहमति के बाद अध्यक्ष ने शुक्रवार के एक पाली में होने वाले सत्र को दो पालियों में बदल दिया। पहला सत्र सुबह 10.30 बजे से दोपहर दो बजे तक चलेगा और दूसरा सत्र दोपहर दो बजे लंच के बाद शुरू होगा।
इस दौरान कांग्रेस के विधायक भाजपा सरकार के कामों में खामियों पर अपनी बात रखेंगे। विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, बढ़ती बेरोजगारी, खेल सुविधाओं की खराब स्थिति, जलभराव के मुआवजे, कानून व्यवस्था, बढ़ते भ्रष्टाचार, चंडीगढ़ विवाद और एसवाईएल जैसे प्रमुख मुद्दों पर सरकार को घेरा जाएगा। हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं। इसमें भाजपा के 48 विधायकों के साथ तीन निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन सरकार को प्राप्त है।
कांग्रेस के 37 और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के दो विधायक हैं। बहुत कम संभावना है कि सैनी सरकार अविश्वास प्रस्ताव से प्रभावित होगी। हालांकि, चर्चा का विषय यह है कि अविश्वास प्रस्ताव पर इनेलो विधायकों का क्या रुख होगा।