Edited By Manisha rana, Updated: 24 Nov, 2022 09:30 AM
भिवानी जिले के बड़ेसरा गांव में सरपंच चुनाव की रंजिश को लेकर 16 नवंबर को दनादन गोलियां दागकर महेन्द्र के हत्यारे शार्प शूटर मनोज उर्फ़ गंजू को सीआईए-टू ...
भिवानी (अशोक भारद्वाज) : भिवानी जिले के बड़ेसरा गांव में सरपंच चुनाव की रंजिश को लेकर 16 नवंबर को दनादन गोलियां दागकर महेन्द्र के हत्यारे शार्प शूटर मनोज उर्फ़ गंजू को सीआईए-टू पुलिस ने गिरफ्तार तक लिया है। इस खूनी संघर्ष में अब तक छह लोगों की हत्या हो चुकी है।
2017 से शुरु हुआ ये खूनी संघर्ष
बता दें कि बडेसरा गांव में ये खूनी संघर्ष साल 2017 में शुरू हुआ था, तत्कालीन सरपंच सुदेश की 10वीं कक्षा की मार्कशीट आरटीआई के तहत फर्जी मिली थी। जिसके बाद सरपंच सुदेश व उसके पति बबलू की जेल हो गई। इसके बाद आरटीआई लगाने वाले बलजीत व बब्लू गुट में खूनी संघर्ष शुरू हो गया। शुरूआत में बलजीत समेत उसके गुट के एक-एक कर चार साल में पाँच लोगों को मौत के घाट उतारा गया। 2017 में बलजीत, उसके चाचा भले व ताऊ महेन्द्र की हत्या की। उसके बाद बलजीत गुट के ही पूर्व सरपंच पवन को साल 2019 में गोली मारकर मौत के घाट उतारा। साल 2020 में बलजीत के ताऊ की घर के बाहर गोली मार कर हत्या की। अब बलजीत गुट ने 16 नवंबर को बबलू गुट के महेन्द्र व अजीत को निशाना बनाया, जिसमें महेन्द्र की मौत हो चुकी है और अजीत उपचाराधीन है। अब तक दोनों गुटों के छह लोगों की मौत हो चुकी है।
सब इंस्पेक्टर सुमीत ने बताया कि 16 नवंबर को बड़ेसरा में बाइक सवार शूटर मनोज उर्फ गंजू ने सिलक व एक अन्य शूटर ने महेन्द्र व अजीत को गोलियां मारी थी। जिसमें महेन्द्र की मौत हो गई और अजीत गंभीर रूप से घायल हो गया था। उन्होंने बताया कि महेन्द्र को तीन और अशोक को 8 गोलियां लगी थी।
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